झारखंड में नियोजन नीति के खिलाफ राज्य के युवाओं ने शुरू किया
रांची। झारखंड में नियोजन नीति के खिलाफ राज्य के युवाओं ने ट्विटर पर अपना विरोध शुरू कर दिया है। इसके लिए ट्यूटर अभियान चलाया आज से शुरू किया गया है। इसे 60 40 नाय चलतो अभियान नाम दिया गया है। दोपहर को समाचार लिखे जाने तक कररीब 2.33 लाख से अधिक लोगों ने इसे हैशटैग से ट्वीट किया है। अभियान को भारतीय जनता पार्टी ने भी समर्थन किया है। भाजपा के नेता बाबूलाल मरांडी और दीपक प्रकाश ने भी समर्थन में आज ट्वीट किया है। नियोजन नीति के खिलाफ झारखंड के युवाओं ने इस अभियान की शुरूआत की है। इसमें वैसे युवा शामिल है जिन्होंने सरकारी नौकरी के लिए आवेदन कर रखा है या सरकारी नौकरी करना चाहते हैं। अभयर्थियों का कहना है कि सरकार की नई नीति से 40 प्रतिशत बाहरी लोगों को नौकरी मिल जाएगी और राज्य के युवा अपने यहां रोजगार से वंचित रह जाएंगे। ट्विटर धुआं धुआं हो जाएगा ट्विटर पर कई लोगों ने बेहद मजेदार मीम्स शेयर किए है। झारखंड यूथ ने एक फोटो शेयर किया है। इसमें फिल्म गैंग्स आफ वासेपुर के एक डायलॉग को बदलकर लिखा गया। इसमें कहा गया कि इतना ट्विटर मारेंगे कि पूरा ट्विटर धुआं धुआं हो जाएगा जागो युवा जागो, वीडियो को सुनें एक्जाम फाइटर्स नामक ट्विटर हैंडल से एक वीडियो शेयर किया गया और लिखा गया है जागो युवा जागो, वीडियो को सुनें, समझे और री ट्वीट करें। कुणाल सारंगी, पूर्व सीएम रघुवर दास, सीएम हेमंत सोरेन, झारखंड कांग्रेस और बाबूलाल मरांडी जैसे लोगों को टैग किया गया है। एक ट्वीट : झारखंड के लिए 100 फीसदी उल्टा दीपक कुमार नामक एक शख्स ने ट्वीट किया है। ठग आॅफ झारखंड 60 _40 नाय चलतो। वहीं अमृत महतो ने रघुवर दास, बाबूलाल मरांडी, अमर बाउरी और झारखंड भाजपा को टैग करते हुए लिखा है 100 प्रसेंट रिवर्स्ड फॉर झारखंड अर्थात झारखंड के लिए 100 फीसदी उल्टा। अमृत महतो ने एक फोटो भी शेयर किया है। राजा शर्मा ने लिखा है कि 60 _40 नहीं चलेगा झारखंड। पप्पू महतो ने सीएम हेमंत सोरेन, झारखंड मुक्ति मोर्चा, जगन्नाथ महतो, बन्ना गुप्ता और चंपई सोरेन को टैग कर एक फोटो भी शेयर किया है।
खतियान आधारित नियोजन नीति लागू करने की मांग
झारखंड के विभिन्न जिलों में खतियान आधारित नियोजन नीति समर्थक युवाओं की राय लेकर बनाई गई नियोजन नीति का विरोध कर रहे हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों का कहना है कि युवाओं की राय के आधार पर सरकार ने जो नियोजन नीति बना है वह उचित नहीं है। अभयर्थियों की मांग है कि राज्य सरकार खतियान आधारित नियोजन नीति लागू करें।