रांची | दिल्ली में पत्रकारों की गिरफतारी के विरोध में राजधानी रांची के मोरहाबादी स्थित बापू वाटिका में पत्रकारों ने धरना दिया. झारखंड जर्नलिस्ट एसोसिएशन के तत्वावधान में आयोजित इस धरना में बड़ी संख्या में विभिन्न मीडिया हाउस से जुड़े पत्रकार शामिल थे.
इस दौरान लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला करना बंद करो, पत्रकारों की गिरफ्तारी करना बंद करों, पत्रकारों की आवाज दबाना बंद करो, पत्रकार एकता जिंदाबाद जैसे नारे भी लगाए गए.
मौके पर झारखंड जर्नलिस्ट एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष अमरकांत ने कहा कि दिल्ली में जिस तरह वरिष्ठ पत्रकारों पर पुलिसिया कार्रवाई हुई है उसकी हम भर्तस्ना करते हैं. इसके खिलाफ पूरे झारखंड में शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने कहा मीडिया में काम करनेवाले लोग अपराधी नहीं है. यदि कुछ पत्रकार गलत भी हैं तो उनपर नियम संगत कार्रवाई होनी चाहिए पर जिस रात के 12 बजे या सुबह पांच बजे उन्हें अपराधियों की तरह उठाकर ले जाया गया इसका हमलोग विरोध करते है. पत्रकारों के साथ अपराधियों के जैसा व्यवहार नहीं होना चाहिए.
उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि पत्रकार सुरक्षा कानून लागू हो. अगर दिल्ली में यह कानून लागू होता तो शायद ऐसी घटनाएं नहीं होती.
मौके पर मौजूद स्वामी दिव्यज्ञान ने कहा कि दिल्ली में पत्रकारों के साथ हुआ व्यवहार गलत है. पत्रकार निरपेक्ष होते है. वे समाज को आईना दिखाते हैं. पहले भी 15 पत्रकारों का विपक्षी दलों ने बहिष्कार किया था यह भी गलत है.
शाहनवाज हसन ने कहा कि दिल्ली में पत्रकारों की गिरफ्तारी का तरीका गलत है. पत्रकारों के जो चीन से संबंध होने की बात आ रही है उसकी पूरी जांच हो. गलत हों तो सजा भी मिले पर पत्रकारों के साथ अपराधियों के जैसा व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए.
अन्य पत्रकारों ने भी संबोधित किया. इस अवसर पर झारखंड जर्नलिस्ट एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष अमरकांत, बीएसपीएस के राष्ट्रीय महासचिव शाहनवाज हसन, अजयनाथ त्रिपाठी, रमीज, सुभाब शेखर, सचिन गोस्वामी, आमिर होदा, आदिल हसन, आसिफ जरीन, विकास कुशवाहा, विकास कश्यप, अवंतिका, रेहान, नवल सिंह, संजय राय सहित अन्य पत्रकार उपस्थित थें.