Ranchi: झारखंड बिजली वितरण निगम की ओर से धनबाद जिला में स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया लगभग फाइनल हो चुकी है. जेबीवीएनएल अधिकारियों की मानें तो धनबाद जिला के लिये फंड मिल चुकी है. यहां लगभग सौ करोड़ के प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा है. इस फंड से लगभग डेढ़ लाख मीटर बदले जायेंगे. अधिकारियों की मानें तो इसके लिये टेंडर लगभग फाइनल है. काम जल्द ही आवंटित किया जायेगा. वहीं, जमशेदपुर में भी डेढ़ लाख स्मार्ट मीटर लगाये जाने हैं, लेकिन इसमें अभी वक्त लगेगा. जिलों में स्मार्ट मीटर के लिये राज्य सरकार की योजना के तहत लगाया जायेगा. जानकारी हो कि साल 2020 में धनबाद और जमशेदपुर जिला में स्मार्ट मीटर लगाने की योजना बनी. जिसके तहत दोनों जिलों को मिलाकर लगभग तीन लाख स्मार्ट मीटर बदले जाने हैं.
राजधानी में जारी है काम: वहीं, राजधानी रांची में स्मार्ट मीटर लगना शुरू है. सिर्फ अपर बाजार इलाके में लगभग एक हजार मीटर बदलें जा रहे हैं. वहीं, अन्य इलाकों में सर्वे जारी है. रांची जिला के लिये एजेंसी जीनस सेक्योर प्राइवेट लिमिटेड को काम दिया गया है. एजेंसी की ओर से जिला में स्मार्ट मीटर बदलने का काम किया जा रहा है. निगम की ओर से स्मार्ट मीटर बदलने के लिये उपभोक्ताओं से कोई शुल्क नहीं लिया जा रहा है. जबकि खराब मीटरों को प्राथमिकता के साथ बदला जा रहा है. बता दें कि स्मार्ट मीटर लगने के साथ ही सुविधा प्रीपेड की हो जायेगी. मतलब उपभोक्ताओं को मोबाइल की तरह अपना मीटर रिचार्ज करना होगा.
स्मार्ट मीटर की मुख्य विशेषताएं: बिजली बिल की सटीक जानकारी और प्रबंधन मोबाईल से होगा. इसकी सहायता से मीटर के वर्तमान स्थिति एवं वर्त्तमान लोड की जानकारी ली जा सकती है. वर्त्तमान बिल की जानकारी एवं पिछले महीनों की बिल की जानकारी भी प्राप्त होगी. मैनुअल मीटर रीडिंग की आवश्यकता नहीं रह जाएगी. जिससे बिजली बिल में किसी भी तरह की गड़बड़ी की संभावना भी कम हो जायेगी. यह मीटर बिजली चालू और बंद होने के समय आपके मोबाईल फोन पर अलर्ट या सूचना भेजता है. अगर घर में सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किया हुआ है तो स्मार्ट मीटर को नेट मीटरिंग के लिए भी कार्य में लिया जा सकता है.