छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में पुलिस नक्सलियों के खिलाफ अभियान चला रही है. दूसरी तरफ नक्सलियों का आतंक खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. आये दिन नक्सली ग्रामीणों और सुरक्षाबलों के जवानों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश में रहते हैं. इसी बीच एक बार फिर नक्सलियों ने नारायणपुर जिले के ओरछा थाना क्षेत्र में आईडी बम लगाया. इस आईईडी विस्फोट में एक हेड कांस्टेबल शहीद (संजय लकरा) हो गया. नारायणपुर एसपी पुष्कर शर्मा ने इसकी पुष्टि की है. इस तरह एक हफ्ते के भीतर नक्सलियों के हमले से 7 जवान शहीद हो गये.
नारायणपुर के एएसपी हेमसागर सिदार ने बताया कि बटुम गांव के निकट नक्सलियों द्वारा बैनर लगाये जाने की सूचना मिली थी. जिसके बाद ओरछा थाना से सीएएफ की एक टीम को गश्त के लिए भेजा गया था. ओरछा राज्य की राजधानी रायपुर से करीब 300 किलोमीटर दूर है. गश्त कर रही टीम जब बटुम से गुजर रही थी, तभी सीएएफ के 16वीं बटालियन के प्रधान आरक्षक संजय लकरा का पैर नक्सलियों द्वारा लगाये गये आईईडी पर पड़ गया. इस आईईडी विस्फोट से जवान की मौत हो गयी. हेमसागर सिदार ने बताया कि संजय लकरा जशपुर जिले के बाम्हनपुरा गांव के निवासी थे. उनके शव को अस्पताल ले जाया गया है.
एक दिन पहले 25 जनवरी को भी सुकमा में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी. इस मुठभेड़ में डीआरजी के सहायक उपनिरीक्षक समेत तीन जवान शहीद हो गये थे. जबकि दो जवान घायल हुए थे. दरअसल शनिवार (25 फरवरी) को सुबह जगरगुंडा थाना से डीआरजी के दल गश्त पर निकले थे. तभी जब सुरक्षाबल के जवान जगरगुंडा और कुंदेड़ गांव के बीच पहुंचे तो नक्सलियों ने उन पर बम हमला कर दिया था. सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई में नक्सलियों पर गोली चलायी थी. इस मुठभेड़ में डीआरजी के सहायक उपनिरीक्षक रामुराम नाग, सहायक आरक्षक कुंजराम जोगा और सैनिक वंजाम भीमा शहीद हो गये थे. वहीं जवाब में जवानों ने भी 6 नक्सलियों को मार गिराये थे.
छत्तीसगढ़ के नक्सली प्रभावित जिलों में नक्सली आये दिन कई बड़ी वारदातों को अंजाम देते रहते हैं. हाल ही में राजनांदगाव जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी. इस मुठभेड़ में दो जवान शहीद हो गये थे. जानकारी के अनुसार, राजनांदगांव और महाराष्ट्र बार्डर में शराब तस्करी को रोकने के लिए पाइंट लगाकर दो जवान गाड़ियों की चेकिंग कर रहे थे. तभी नक्सलियों ने दोनों को गोली मार दी थी. नक्सलियों ने जवानों की मोटर साइकिल को भी आग के हवाले कर दिया था.