- पुलिस और स्वास्थ्य कर्मियों के बीच धक्कामुक्की
- सीएम से मिलने की मांग पर अड़े कर्मचारी
रांची । रांची में स्वास्थ्य विभाग के अनुबंध कर्मियों ने स्थायीकरण की मांग को विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस ने मुख्यमंत्री आवास से पहले प्रदर्शन रोकने की कोशिश की, तो आंदोलन कर रहे स्वास्थ्य कर्मचारियों ने आगे बढ़ने की कोशिश की। पुलिस को इस दौरान हल्के बल का प्रयोग करना पड़ा।
प्रदर्शन में पांच लोग घायल
एएनएम, जीएनएम संघ की प्रदेश महासचिव जूही मिंज ने कहा, हमारे कुछ साथी घायल हैं। एक साथी के पैर में गंभीर चोट आयी है। मोरहाबादी से जुलूस के रूप में निकले आंदोलनकारी राजभवन पहुंचे। यहां नारेबाजी के क्रम में बैरिकेडिंग तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश की गयी। आंदोलनकारी अनिश्चित कालिन हड़ताल पर जाने की घोषणा कर चुके हैं। इनकी मांग है कि पांच लोगों की कमेटी मुख्यमंत्री से मिले और अपनी बात रखे।
मोरहाबादी मैदान से निकला था जुलूस
स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न समूह में सेवा दे रहे इस अनुबंधकर्मियों ने मोरहाबादी मैदान से जुलूस निकाला। लगभग हजार की संख्या में पारा चिकित्साकर्मी, एएनएम, जीएनएम, फार्मासिस्ट, एक्स-रे तकनीशियन, लैब तकनीशियन सीएम आवास के पास बैठ कर आंदोलन कर रहे हैं। आंदोलन कर रहे कर्मियों का कहना है कि राज्य सरकार केवल वायदे कर रही है। अपने किसी भी वायदे को पूरा नहीं कर पा रही है। हमे छलने का काम कर रही है।
इसलिए आंदोलन को हुए मजबूर
आंदोलन पर बैठे राज्य भर के आए कर्मियों ने बताया कि वर्तमान सरकार ने तीन महीने में अनुबंध कर्मियों के समायोजन का वादा किया था। लेकिन तीन साल बीत जाने के बाद भी सरकार की ओर से कोई पहल नहीं की गई है। अब हमलोग अनशन से पहले घेराव करेंगे। इसके बाद लगभग 8000 अनुबंध कर्मी अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।
क्या है कर्मचारियों की मांगें
संघ की ओर से जो जानकारी दी गयी है, उसमें बताया गया है कि संघ ने पारा मेडिकल नियमावली 2018 में आंशिक संशोधन करते हुए स्वास्थ्य विभाग के सभी पारा मेडिकल कर्मियों को वर्ष 2014 की तरह विभागीय समायोजन की प्रक्रिया अविलंब आरंभ करने की मांग की थी।