स्त्रीवन इंडिया वूमेन अचीवमेंट अवार्ड में 22 महिलाएं हुई सम्मानित
रांची। टेलीविजन अभिनेत्री और भरतनाट्यम नर्तकी सुधा चंद्रन ने कहा कि मैं हर बार लड़की बन कर ही पैदा होना चाहती हूं। आज मैने जो मुकाम हासिल किया है, इसमें परिवार को सबसे बड़ा रोल है। अगर आपका परिवार आपके साथ है, तो आपको आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता। परिवार के सहयोग और प्यार ही आपको आगे बढ़ने का हौसला देता है। इसलिए जीवन में जो करना है, उसे जरूर करें। अपने सपने को सफल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़े। सुधा चंद्रन इंडियन इंस्टिट्यूट आॅफ इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी (आइआइआइटी) नामकुम में स्त्रीवन इंडिया की ओर से आयोजित सिवा-2022 अॅवार्ड शो में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रही थी। यह आयोजन एक पुरस्कार समारोह था, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों की महिलाओं को उनके अपने क्षेत्र में उनके अद्भुत काम के लिए सम्मानित किया गया। पुरस्कार समारोह में 22 से अधिक कैटेगरी में महिलाओं को सम्मानित किया गया। सुधा चंद्रन ने कहा कि जब मंै 13 वर्ष की थी, तब मेरे पिता ने बहुत सहयोग किया। उन्होंने कहा कि जबतक तुम एक मुकाम हासिल नहीं कर लेती, तब तक मैं तुम्हारे साथ हूं। उनके यह कथन से प्रेरणा लेते हुए कामयाबी हासिल कर पायी। कार्यक्रम में जेएसएसीए के उपाध्यक्ष अजयनाथ शाहदेव ने कहा कि आज जिन महिलाओं को अवार्ड मिल रहा है। वे महिलाएं आज एक रोल मॉडल बन कर उभरेंगी। स्त्रीवन इंडिया की संस्थापिका मैरी स्टेला माइकल ने कार्यक्रम और संस्था के उद्देश्य के बारे में बताया। कार्यक्रम में संस्था के बुक का अनावरण भी किया गया। मौके पर प्रतिमा सिंह, मारिया जेसिका एंथोनी, खुशबू झा, सानंदा मित्रा, सुतापा नंदी, अनुपमा सिन्हा, इशा कुमारी समेत अन्य लोग मौजूद थी।
ये हुई सम्मानित
मेघा श्रीवास्तव, राफिया नाज, आस्था सिंह, मोनिता शर्मा सिन्हा, सोमित्रा चटर्जी, करूणा राजगढ़िया, मधुमिता आचार्य, देवोलीना सेन हिरानी, तान्या सिन्हा, नर्मता महनसरिया, अल्का इमाम, रेणू खेमका, ज्योति अग्रवाल, मैरी गास्पर, लवली चौबे, मालविका शर्मा, विंध्या वासिनी सिन्हा, सोहनी दास, आस्था किरण, दिव्या राजपुत, स्व मधु प्रसाद और आराधना सिंह शामिल है।

