Table of Contents
🔥 क्या है खबर?
झारखंड की तपती गर्मी सिर्फ इंसानों को ही नहीं, बल्कि वन्य जीवों को भी प्रभावित कर रही है। लेकिन रांची के भगवान बिरसा जैविक उद्यान (ओरमांझी जू) में जानवरों को गर्मी से राहत देने के लिए खास इंतज़ाम किए गए हैं।
🐘 हाथियों की ठंडी दावत और पानी वाला स्नान
- लखी रानी और छोटे सम्राट नाम के हाथियों को अब रोज़ मिल रहा है:
- तरबूज, खीरा, चना, गन्ना
- बरगद व पीपल के पत्ते
- ग्लूकोज मिला ठंडा पानी
- उन्हें सुबह-शाम पानी के टैंक में नहलाया जाता है ताकि वे तरोताजा रहें।
🦌 हिरणों से लेकर भालुओं तक, सबको मिल रही स्पेशल डाइट
- हिरण, नीलगाय, कृष्ण मृग, चीतल: नियमित भोजन के साथ खीरा
- हिमालयन और देसी भालू: दूध, केला, सेब, तरबूज और खीरा
- बाघ, शेर, तेंदुआ:
- मल्टीविटामिन
- ग्लूकोज सप्लिमेंट्स
- रेस्ट एरिया में लगे कूलर और जूट पर्दे

❄️ कूलर, पर्दे और ठंडी हवा का इंतज़ाम
- सभी मांसाहारी जानवरों के विश्राम कक्षों में:
- कूलर लगे हैं
- खिड़कियों पर जूट के पर्दे जो पानी से भीगे रहते हैं
- इससे पूरे माहौल में बनी रहती है ठंडक
👨⚕️ डॉक्टर की सलाह
चिड़ियाघर के पशु चिकित्सक डॉ. ओम प्रकाश साहु के अनुसार:
“गर्म हवाओं की वजह से जानवरों में डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए ग्लूकोज और ताजे फल ज़रूरी हैं।”

🐅 क्यों ज़रूरी हैं ये उपाय?
- भीषण गर्मी में जानवरों को ठंडक देना उनके स्वास्थ्य और व्यवहार दोनों के लिए अहम है।
- इससे उनकी एनर्जी बनी रहती है, और गर्मी से होने वाली बीमारियों से भी बचाव होता है।
🔍 निष्कर्ष
भगवान बिरसा जैविक उद्यान में जानवरों की गर्मियों में देखभाल का यह तरीका दूसरे चिड़ियाघरों के लिए मिसाल बन सकता है। ऐसे प्रयास न सिर्फ उनकी सेहत के लिए जरूरी हैं, बल्कि पर्यटकों के लिए भी यह देखने योग्य अनुभव बनते हैं।

