रांची/ राज्यपाल रमेश बैस ने राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स), रांची की लचर व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। शुक्रवार को उन्होंने प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के शुभारंभ के मौके पर ही स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के समक्ष रिम्स को लेकर अपनी चिंता प्रकट की। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री से कहा कि राज्य के सबसे बड़े अस्पताल की स्थिति ठीक नहीं है। वे इसे देखें।राज्यपाल ने बन्ना गुप्ता को डा. बन्ना गुप्ता जी संबोधित करते हुए कहा कि रिम्स को लेकर अक्सर शिकायतें उनके पास आती रहती हैं। वर्तमान में रिम्स के डायरेक्टर छुट्टी पर हैं। आपरेशन वाले मरीज वेटिंग में चल रहे हैं। डाक्टर गायब रहते हैं।
उन्होंने कहा कि झारखंड उच्च न्यायालय ने भी कई बार रिम्स को लेकर कड़ी टिप्पणी की है। कहा, जब हम जनता को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध नहीं करा पाते हैं तो यह स्थिति ठीक नहीं है। स्वास्थ्य मंत्री रिम्स पर भी ध्यान दें। उन्होंने कहा कि वे स्वास्थ्य मंत्री को डा. बन्ना गुप्ता कहकर संबोधित करते रहते हैं, क्योंकि जो जिम्मेदारी मरीजों को लेकर डाक्टरों की है वही जिम्मेदारी स्वास्थ्य मंत्री के रूप में इनकी भी है। उन्होंने कार्यक्रम के बाद भी रिम्स के विषय पर मंत्री से बात की। स्वास्थ्य मंत्री ने उन्हें रिम्स में सुधार का आश्वासन दिया।
बाद में मीडिया द्वारा राज्यपाल की टिप्पणी को लेकर पूछे जाने पर मंत्री ने कहा कि वे राज्यपाल की वेदना को समझते हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि राज्यपाल महोदय ने यह नहीं कहा कि पूरे राज्य में स्वास्थ्य की खराब व्यवस्था है। उनकी चिंता रिम्स को लेकर है। उन्होंने कहा कि वे इसकी समीक्षा करेंगे और बढ़िया करने का प्रयास करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वे राज्यपाल की टिप्पणी को भी पाजिटिव लेते हैं, क्योंकि उनका ध्यान रिम्स की ओर गया।
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