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आखिरकार बच्‍चों को स्कुल की टाइमिंग से मिली कुछ राहत

by Aaditya Hriday

रांची। शहर में गर्मी का सितम जारी है, वहीं दूसरी ओर इस तपती गर्मी में छोटे-छोटे बच्चों का हाल बेहाल है। शहर के स्कूलों में भले ही टाइमिंग को लेकर ऊहापोह की स्थिति बनी है, लेकिन 1 बजे छुट्टी होने के बाद भी बच्चों को राहत नहीं है। बच्चों की परेशानी को देखते हुए स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने बैठक के बाद स्कूल टाइमिंग बदलने का निर्णय लिया।

इसे लेकर 18 अप्रैल को आदेश भी जारी किए गए हैं, जिसमें बताया गया है कि अत्यधिक गर्मी और लू के प्रकोप से बच्चों को बचाने के लिए स्कूलों की टाइमिंग में बदलाव किया गया है।

अब राज्य में सभी कोटि के सरकारी, गैर सरकारी, सहायता प्राप्त, गैर सहायता प्राप्त, अल्पसंख्यक सहित एवं निजी स्कूलों में केजी से पांचवीं तक की कक्षाएं सुबह 7 बजे से 11 बजे तक एवं छठी से 12वीं तक की कक्षाएं सुबह 7 बजे से 12 बजे तक संचालित होगी।

इस अवधि में बच्चों की पढ़ाई में होने वाली क्षति की भरपाई के संबंध में अलग से निर्णय लेते हुए सूचना दी जाएगी। इस पत्र के जारी होते ही सभी शिक्षा पदाधिकारियों व स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को सूचना दे दी गई है।

स्कूल से छुट्टी मिलने के बाद घर पहुंचते-पहुंचते बच्चों की स्थिति खराब हो रही है। दरअसल, कई स्कूलों में 12 बजे, तो कहीं-कहीं 1 बजे छुट्टी की घंटी तो बज जाती है, लेकिन घर पहुंचते-पहुंचते बच्चों को दो घंटे तक शहर में जाम व रेड लाइट का सामना करना पड़ता है। जाम में फंसने की वजह से बच्चे बेबस और लाचार नजर आते हैं।

आमतौर पर शहर के सभी चौक चौराहे पर जाम की स्थिति बनी रहती है, लेकिन कांटा टोली, लालपुर चौक, मेन रोड, बूटी मोड़, मेकान मोड़, जेवियर स्ट्रीट, फिरायालाल चौक, उर्सलाइन रोड समेत कुछ अन्य जगहों पर जाम की स्थिति बनी रहती है।

गर्मी के इस मौसम में छुट्टी होने के बाद भी बच्चे 2 से 3 बजे तक अपने घराें तक पहुंचते हैं। तपती गर्मी में बच्चों की हालत बिगड़ रही है। इसके बाद भी ट्रैफिक कंट्रोल को लेकर न तो कोई ठोस रणनीति बनाई जा रही है और न ही बच्चों को इस जाम से राहत देने के लिए कोई कार्ययोजना…।

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