रांची में ठगी की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं, और यदि आम जनता इस पर जागरूक नहीं हुई तो पुलिस भी उन्हें ठगी से बचा नहीं पाएगी। इस समय राजधानी में तंत्र-मंत्र के नाम पर और फर्जी छापेमारी के बहाने ठगों की सक्रियता बढ़ गई है। रांची के सीनियर एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने पुलिस को ऐसी ठगों की जानकारी देने की अपील की है, ताकि उन्हें सलाखों के पीछे भेजा जा सके।
रांची के धुर्वा इलाके में रहने वाली एक महिला के घर कुछ दिन पहले पांच से छह लोग सादे लिबास में पुलिस की तरह आए थे। उनके हाथ में केवल पुलिस वाला डंडा था और वे महिला के घर में रेड करने का दावा कर रहे थे। महिला को जब शक हुआ तो उन्होंने इसका विरोध किया, क्योंकि उनके घर के किसी भी सदस्य के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं था। महिला के विरोध करने पर वे फर्जी पुलिसकर्मी वहां से भाग गए। रांची पुलिस को अब जानकारी मिली है कि ऐसे फर्जी पुलिसकर्मी कई इलाकों में घूम रहे हैं।
इस मामले पर सीनियर एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि उन्हें भी ऐसी सूचनाएं मिल रही हैं और इसके लिए पूरे जिले में गश्त बढ़ा दी गई है। उन्होंने आम लोगों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध मामले की सूचना तुरंत पुलिस को दें। एसएसपी ने कहा कि ऐसे ठगों की सूचना डायल 112 या रांची के किसी भी पुलिस अधिकारी के फोन पर दी जा सकती है और इस पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
इसी बीच, तंत्र-मंत्र के बहाने ठगी करने वाला एक गिरोह भी राजधानी में सक्रिय है। रांची के डोरंडा, लालपुर और बरियातू थाने में इस संबंध में केस दर्ज किए गए हैं। एक घटना में, रांची के कांके रोड की एक महिला मोरहाबादी मैदान पर टहलने गई थीं, जहां दो युवक साधु जैसे कपड़े पहनकर उन्हें मिले। उन दोनों ठगों ने महिला को यह कहकर झांसा दिया कि उनके बेटे पर संकट आ रहा है। फिर उन्होंने महिला से कहा कि वह अपने गहने रूमाल में बांधकर आंख बंद करें, और वे जो मंत्र बोलेंगे, उसे वह पढ़ें। जैसे ही महिला ने आंखें बंद कीं, ठगों ने उसके कान की बालियां, सोने की चेन और अंगूठी चुरा ली और फरार हो गए।
एक अन्य घटना में, रांची के धुर्वा सेक्टर 2 की 50 वर्षीय महिला के साथ 26 दिसंबर को इसी तरह के ठगी का मामला सामने आया, जिसमें दो ठगों ने करीब ढाई लाख रुपये के गहने चोरी किए।
एसएसपी चंदन सिन्हा ने फिर से लोगों से अपील की है कि वे ऐसे मामलों की जानकारी तुरंत पुलिस को दें। उन्होंने कहा कि डायल 112, नजदीकी थाना या सीनियर अधिकारियों को सूचित किया जा सकता है, ताकि इन ठगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके। इस तरह के मामलों में पुलिस को रिपोर्ट करना जरूरी है, ताकि ठगों को पकड़ा जा सके और आगे की ठगी रोकी जा सके।
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