पीलिया एक गंभीर बीमारी होती है जो कि लिवर को काफी कमजोर कर देती है। पीलिया होने के बाद बरती गई लापरवाही कई बार मरीज के लिए जानलेवा तक साबित हो सकती है। पीलिया की बीमारी शरीर में बिलीरुबिन का स्तर बढ़ने की वजह से होती है। आमतौर पर पीलिया के इलाज के लिए एलोपैथी का सहारा लिया जाता है लेकिन इस बीमारी पर काबू करने के लिए कुछ देसी ड्रिंक्स और हमारा खानपान भी काफी अहम हो जाता है। पीलिया होने पर पेशेंट की बॉडी हमेशा हाइड्रेटेड होना जरूरी है। मेडिकलन्यूजटुडे के मुताबिक पीलिया होने मरीज क्या खाए और क्या न खाए इन बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है। कुछ फ्रूट जूस भी इस बीमारी के दौरान लाभ पहुंचा सकते हैं।
1 . गाजर का जूस : किसी भी बीमारी में फलों और उसके रस का सेवन करना ज्यादातर मामलों में फायदेमंद होता है। पीलिया की शिकायत होने पर गाजर, चुकंदर खाने की सलाद दी जाती है। गाजर और चुकंदर का जूस बनाकर भी सेवन किया जा सकता है।
2 . नारियल पानी : नारियल पानी में पोषक तत्वों का खजाना छिपा हुआ होता है। नारियल पानी पीने के बाद शरीर में एनर्जी का एहसास होने लगता है। इसके साथ ही इसमें लिवर फ्रेंडली न्यूट्रिएंट्स भी होते हैं जो शरीर को लाभ पहुंचा सकते हैं।
3 . टमाटर का जूस : टमाटर सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। इसमें लाइकोपीन नाम का तत्व पाया जाता है जो लिवर को हेल्दी रखने में मदद करता है। ऐसे में इसका सेवन पीलिया के मरीज के लिए लाभकारी हो सकता है।
- छाछ : देसी ड्रिंक के तौर पर पहचानी जाने वाली छाछ गुणों के मामले में किसी से कम नहीं है। छाछ का सेवन बॉडी को हाइड्रेट करने के साथ ही लिवर के लिए भी लाभकारी होता है। रोजाना सुबह शाम छाछ पीने से पीलिया में फायदा हो सकता है।
- पपीता : पीलिया के पेशेंट के लिए पपीता कच्चा हो या पका हुआ दोनों ही सूरत में लाभकारी होता है। ऐसे में पपीते का जूस बनाकर अगर मरीज को पिलाया जाए तो ये उसके लिए काफी लाभकारी हो सकता है।
- गन्ने का रस : गन्ने में प्रचुर मात्रा में पोषक तत्व मौजूद होते हैं। पीलिया में गन्ने के रस को काफी फायदेमंद माना जाता है। आयुर्वेद में गन्ने का रस पीलिया से पीड़ित लोगों को दिया जाने की सलाह दी गई है। बड़े बुजुर्ग भी घरेलू उपचार के तौर पर गन्ने का रस पीने की सलाह देते रहे हैं।