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चैप्टर 1 रिलीज़, ऋषभ शेट्टी की फिल्म सिनेमाघरों में आई

by Aaditya Hriday
चैप्टर 1 सिनेमाघरों में रिलीज, ऋषभ शेट्टी की ये

📌 गांडीव लाइव डेस्क:

ऋषभ शेट्टी की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘कांतारा: चैप्टर 1’ रिलीज

ऋषभ शेट्टी की नई फिल्म ‘कांतारा: चैप्टर 1’ अब सिनेमाघरों में प्रदर्शित हो चुकी है और इसे दर्शकों तथा समीक्षकों से अत्युत्तम प्रतिक्रियाएँ मिल रही हैं। यह फिल्म केवल दृश्य सौंदर्य का उदाहरण नहीं है, बल्कि एक ऐसा अनुभव भी है जो आपको मनोरंजन, विचार और गर्व के मिश्रण में ले जाती है।

कहानी का सार

फिल्म की कहानी कदंब सल्तनत के एक निर्दयी बादशाह से शुरू होती है, जो अपनी लालच के चलते हर जगह बुरा करता है। एक दिन वह एक बुजुर्ग मछुआरे को पकड़ने का आदेश देता है और इस बुजुर्ग की जेब से कुछ रहस्यमय वस्तुएँ गिर जाती हैं। ये वस्तुएँ राजा को उस खजाने तक पहुँचने के लिए प्रेरित करती हैं, जो उसे कांतारा की पवित्र भूमि पर ले जाती हैं। यहाँ, राजा के कामों के परिणामस्वरूप स्थानीय देवी को चुनौती दी जाती है।

कहानी कई दशकों बाद भंगरा रियासत पर लौटती है। यहाँ, राजा का बेटा विजयेंद्र अपने उत्तराधिकारी कुलशेखरा को राजपाट सौंपता है, जबकि कांतारा के लोग अपने हकों की रक्षा के लिए संघर्ष करते हैं। यह जंग न केवल आम इंसानों की है, बल्कि आस्था और अधिकार की भी है।

फिल्म का अनुभव

अगर आपने 2022 में आई ‘कांतारा’ देखी थी, तो जान लें कि यह प्रीक्वल उससे भी कहीं ज्यादा दिलचस्प है। इस फिल्म में कोंकण, कर्नाटक और गोवा के गांवों में देवी पूजा के साथ-साथ उनके गणों की कहानी को खूबसूरती से दर्शाया गया है। कहानी इतनी दिलचस्प है कि दर्शक बिना रुके इसे देखने में खो जाते हैं।

फिल्म के हर दृश्य की बारीकी से रचना की गई है, जो इसे मनोरंजन के साथ-साथ सामाजिक मुद्दों पर प्रकाश डालते हैं। यहाँ, गरीबों के शोषण और समानता की बात की गई है, जिसका हर दृश्य महत्वपूर्ण है।

निर्देशन की खूबसूरती

ऋषभ शेट्टी ने इस फिल्म में केवल अभिनय नहीं किया, बल्कि निर्देशन की कला को भी निभाया है। उन्होंने आदिवासी समुदाय के संघर्ष को रोचकता के साथ पेश किया है। सिनेमैटोग्राफी और संगीत भी इस फिल्म के तकनीकी पहलुओं में विशेषता जोड़ते हैं, जो इसे और भी प्रभावशाली बनाते हैं।

अभिनय का जलवा

ऋषभ शेट्टी इस फिल्म के केंद्र में हैं, जबकि रुक्मिणी वसंत ने अपनी दमदार भूमिका से इसे और भी शानदार बनाया है। जयराम और गुलशन देवैया ने भी अपनी भूमिकाओं में प्रभावी अभिव्यक्ति दी है, जो दर्शकों को मोहित करती है।

देखें या न देखें?

यदि आप एक दिलचस्प कहानी और उच्च गुणवत्ता वाले विजुअल्स की तलाश में हैं, तो ‘कांतारा: चैप्टर 1’ देखना न भूलें। यह फिल्म न केवल एक मनोरंजन का माध्यम है, बल्कि यह आपको सोचने पर भी मजबूर करती है। हमारी तरफ से इस फिल्म को 4 स्टार्स दिए जाते हैं। अपनी सीट बेल्ट बांधें और कांतारा की दुनिया में खो जाएं!

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