वाहनों का परिचालन रहा ठप, दुकानें रही बंद, सड़कों पर कम दिखे लोग
गुमला। हर्षा और रूपेश कुमार पांडेय की मौत को लेकर बजरंग दल द्वारा बुलाए गए बंदी असरदार रहा। शहर में वाहनों का परिचालन पूरी तरह से ठप रहा। वहीं दूसरे राज्यों से आने वाली बसे गुमला पहुंचते ही रोक दी गई। इससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। इसके अलावे लोगो को गंतब्य तक पहुंचने के लिए आॅटो का सहारा लेना पड़ा। प्राप्त जानकारी के अनुसार आॅटो चालक मुंह मांगी कीमत वसूलते दिखें। वहीं गुमला से भी चलने वाली बसों के पहिया थमे रहे। बसों का परिचालन पूर्ण रूप से बंद रहा। सड़कों पर भी लोग कम संख्या में दिखें। शहर की दुकानें, पेट्रोल पंप पूर्ण रूप से बंद रहे। होटल ढाबे भी बंद रहें। बजरंग दल के कार्यकत्तार्ओं ने घूम घूम कर सरकार विरोधी नारे लगाते रहे। बंदी कराने के लिए बजरंग दल के कार्य कतार्ओं को मशक्कत करने की जरुरत नहीं पड़ी। सभी वर्गों ने बंद का समर्थन किया। वहीं बंद को लेकर पुलिस जगह जगह मुस्तैदी के साथ तैनात थी।

