आ रहे हैं बागेश्वर बाबा राजधानी रांची ?

by Aaditya HridayAaditya Hriday
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वर्तमान समय के सबसे चर्चित कथावाचकों में से एक बागेश्वर धाम वाले पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा का आयोजन देश के विभिन्न राज्यों में होने के बाद जल्द ही रांची में होने वाली है। राजधानी रांची और झारखंड के बागेश्वर सरकारप्रेमी लगातार इस प्रयास में लगे हैं कि रांची में पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के दरबार को हरी झंडी मिल जाए।

गौरतलब है कि बागेश्वर सरकार के कार्यक्रम का आयोजन अगले महीने राजधानी दिल्ली में होने जा रहा है। प्रबंधन समिति और कार्यक्रम के आयोजक रवि गुप्ता ने बागेश्वर धाम सरकार के आगामी कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि 05 से 08 जुलाई तक पूर्वी दिल्ली के रामलीला उत्सव ग्राउंड, आईपी एक्शटेंशन में तीन दिवसीय हनुमंत कथा का आयोजन किया जाएगा।

इस तीन दिवसीय हनुमंत कथा के दौरान 03 दिवसीय यज्ञ का भी आयोजन किया जाएगा। वहीं 07 जुलाई को बहुचर्चित दिव्य दरबार का आयोजन होगा, जबकि 08 जुलाई को 21 कन्याओं का सामूहिक विवाह कार्यक्रम होना तय हुआ है।
बता दें कि पिछले दिनों पंडित धीरेंद्र शास्त्री जी का बिहार में तीन दिवसीय हनुमंत कथा का आयोजन किया गया था, जिसमें 10 लाख श्रोताओं की रिकॉर्ड भीड़ पहुंची थी। इसके बाद उनका कार्यक्रम मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात में भी हुआ, वहां भी लाखों की संख्या में बागेश्वर धाम सरकार के भक्त पहुंचे थे जिसे देखते हुए दिल्ली के कार्यक्रम में भी बड़ी संख्या में भक्तों के पहुंचने की उम्मीद की जा रही है।

बागेश्वर धाम सरकार के नाम से मशहूर मध्य प्रदेश के बाबा (Bageshwar Baba) धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री कई महीने से राष्ट्रीय मीडिया की सुर्खियों में हैं। टीवी चैनलों पर उनके दावे गूंज रहे हैं। इस समय सोशल मीडिया पर धाम में 125 जोड़े के सामूहिक विवाह की तस्वीरें वायरल हैं। खुद CM शिवराज सिंह चौहान बेटियों को आशीर्वाद देने पहुंचे थे। पिछले दिनों पूर्व सीएम कमलनाथ, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के हाथ जोड़कर बात करने वाली तस्वीरें भी आपने देखी होंगी।

पिछले एक महीने में फिल्म और राजनीति जगत की कई हस्तियां उनके दरबार में हाजिरी लगा चुकी हैं। आस्था से इतर लोगों के मन में कई तरह के सवाल हैं। कोई बिना कुछ कह कैसे मन की बात जान लेता है? क्या यह जादू है, चमत्कार है, ईश्वर कृपा है या क्या है? जब बागेश्वर बाबा के दावे चारों तरफ गूंजने लगे तो समाज से ही कुछ लोग आगे आए और उन्होंने कहा कि इसमें कोई चमत्कार नहीं बस माइंड गेम है।

बाबा को चुनौती देने वालों की भी चर्चा होने लगी। आप भी जानना चाहते होंगे कि मराठी पगड़ी में युवा जोश के साथ जो 26-27 साल के बाबा मुस्कुराते हुए सनातन धर्म की बातें कर रहे हैं, उन पर सवाल उठाने वाले ये लोग कौन हैं? ऐसे 1-2 नहीं, कुल पांच लोगों का यहां हम जिक्र करेंगे जिन्होंने बागेश्वर बाबा के बारे में अपना अलग दावा किया है।

कोई इन्हें दिमाग पढ़ने वाले तो कोई जादूगर के रूप में जानता है। आगे बढ़ने से पहले जान लीजिए कि विराट कोहली, आमिर खान, ऋतिक रोशन जैसे सितारों के दिमाग को पढ़कर करन सिंह को काफी प्रसिद्धि मिली। उनके कई वीडियो वायरल हो चुके हैं। करन सिंह विराट से कोई एक नाम दिमाग में सोचने के लिए कहते हैं। वह बोलते हैं कि वह आपको बॉलिंग कर रहा है। आप उस पर शॉट खेलते हैं। कमेंटेटर नाम लेता है। ये सब कोहली मन में दोहराते हैं और करन पहला अक्षर बताते हैं। यही नहीं, वह मोबाइल में लिखकर लोगों को दिखाते भी हैं लेकिन कोहली को नहीं बताते। इसके बाद वह कोहली से पूछते हैं तो उन्होंने भी वही नाम लिया जो करन ने पहले ही लिख रखा था- पीयूष नागपाल। आसपास के लोग चिल्ला पड़ते हैं।

बाबा बागेश्वर की चर्चा होने लगी तो करन ने टीवी डिबेट में उन्हें चुनौती दे डाली। कुछ लोग उन्हें गालियां भी देने लगे। लेकिन इस पर बात तो होनी चाहिए कि क्या यह जादू है या कोई स्किल? करन कहते हैं कि मैं किसी के भरोसे को तोड़ नहीं रहा और न ही सवाल कर रहा हूं। वह बस इतना कहना चाहते हैं कि आपको सवाल पूछना चाहिए। अंधभक्त नहीं बनना चाहिए। उनका साफ तौर पर कहना है कि इसमें महामानव जैसी कोई बात नहीं है। सब ट्रिक्स, मनोस्थिति, मन के विश्लेषण की बात है। ज्यादातर एक्सपर्ट भी कहते हैं कि लोगों के बॉडी मूवमेंट, अपीयरेंस, बोलने पर जवाब देने की स्टाइल से बहुत कुछ नोटिस हो जाता है। इसे वे न्यूरो-लिंग्विस्टिक प्रोग्रामिंग (NLP) कहते हैं। इसमें विजुअल क्लू की मदद से ब्रेन को पढ़ा जाता है।

गौरतलब है कि पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जो कि बागेश्वर धाम सरकार के नाम से मशहूर हैं, उनके लिए लोगों में जितना क्रेज देखा जा रहा है, उतना शायद ही किसी बाबा के लिए देखा गया होगा। बागेश्वर धाम सरकार सनातन धर्म को सर्वोपरि मानते हैं और उनका कहना है कि भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाना है, जिससे सनातन धर्म की रक्षा हो सके। अपने बयानों को लेकर धीरेंद्र शास्त्री अकसर सुर्खियों में रहते हैं।

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