नाबालिग मजदूर के साथ दुष्कर्म का विरोध करने पर सभी मजदूरों को हटाया
जमशेदपुर। आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिले के कोटापट्टनम स्थित फुट पार्क कंपनी में कार्यरत जिले के लगभग 300 महिला व नाबालिग मजदूर आज सुबह धालभूमगढ़ स्टेशन पहुंचे। धालभूमगढ़ स्टेशन पहुंचते ही झारखंड महिला मोर्चा की अध्यक्ष बनवासी सोरेन एवं झामुमो प्रखंड सचिव बैद्यनाथ सोरेन मजदूरों से मिले। इसके बाद उन्हें धालभूमगढ़ के वन विश्रामागार लेकर गए। सूचना मिलते ही युवा शक्ति संगठन के अध्यक्ष हेमंत मुंडा ने अपने सदस्यों के साथ आए मजदूरों के लिए जलपान तथा पानी की व्यवस्था की। मजदूरों ने बताया कि कंपनी प्रबंधन के दबाव में आकर दुष्कर्म की शिकार नाबालिग के बयान बदल दिया था। जिसके बाद प्रबंधन द्वारा काम कर रहे जमशेदपुर जिले के सभी मजदूरों को निकाल दिया गया। 50 किलोमीटर से अधिक रास्ता पैदल चलकर कोटापट्रटनम रेलवे स्टेशन पहुंचे। वहां के स्थानीय एसपी तथा सीपीआई नेताओं ने मदद कर एक्सप्रेस ट्रेन में चढ़ा कर खड़गपुर भेजा। खड़गपुर से झामुमो नेताओं के संपर्क में धालभूमगढ़ तक आए हैं। ज्ञात हो कि आंध्रप्रदेश काम करने गई धालभूमगढ़ प्रखंड की एक नाबालिग को कंपनी के ही एक सुपरवाइजर ने हवस का शिकार बनाया। गुस्साए मजदूरों ने आरोपी की गिरफ्तारी की मांग करते हुए सोमवार की शाम को हंगामा मचाया था। आरोापी युवक का नाम वेणु बताया जा रहा है। घटना रविवार की है। इस घटना के बाद कंपनी के पाले हुए गुंडे किस्म के लोगों द्वारा यहां के मजदूरों को धमकाया जा रहा था। मिली जानकारी के अनुसार नाबालिग लड़की 14 साल की है। वह अपनी सहेलियों के साथ काम करने आंध्रप्रदेश गई। आंध्रप्रदेश के नैलुर मुटकुर में नेकांति मेगा फूड पार्क लिमिटेड में काम कर रही है। कंपनी के सुपरवाइजर वेणु नामक युवक ने नाबालिग के साथ दुराचार किया। भुक्तभोगी नाबालिग की मजदूर सहेलियों ने परिजनों को घटना की जानकारी दी है। महिला कर्मचारी कंपनी के क्वार्टर में रहती हैं जो चारदीवारी के अंदर है।
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