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प्रशासनिक लापरवाही और आदेशों की अनदेखी के चलते तुरंत प्रभाव से हटाए गए
झारखंड के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रिम्स (RIMS) के निदेशक डॉ. राजकुमार को तत्काल प्रभाव से उनके पद से हटा दिया गया है। यह निर्णय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी द्वारा लिया गया है, जो रिम्स शासी परिषद के अध्यक्ष भी हैं।
🚨 क्यों हटाया गया डॉ. राजकुमार को?
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. अंसारी ने कहा कि डॉ. राजकुमार ने—
- विभाग और शासी परिषद द्वारा दिए गए कई जरूरी निर्देशों का पालन नहीं किया
- प्रशासनिक लापरवाही बरती
- सरकारी आदेशों की अनदेखी की
- विभागीय कार्यों को जानबूझकर टालते रहे
- और अपनी जिम्मेदारियों से भागते रहे
📄 सरकार ने क्या कहा?
राज्य सरकार द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि:
- डॉ. राजकुमार रिम्स अधिनियम 2002 के तहत तय किए गए लक्ष्यों को पूरा नहीं कर सके
- उन्हें नियम-9(vi) के तहत हटाया गया है
- हालांकि, उन्हें 3 महीने का वेतन और भत्ता देने का आदेश भी दिया गया है
- यह फैसला मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मंजूरी के बाद लिया गया
📆 कब से थे पद पर?
- डॉ. राजकुमार को 31 जनवरी 2024 को रिम्स निदेशक के रूप में तीन साल के लिए नियुक्त किया गया था
- वर्तमान में वह दिल्ली में हैं और उन्होंने मीडिया को बताया कि उन्हें हटाए जाने की सूचना मिली है, लेकिन ठोस कारण स्पष्ट नहीं किया गया है
🏥 GB मीटिंग में सामने आई गड़बड़ियां
हाल ही में हुई शासी परिषद (GB) की मीटिंग में रिम्स की कार्यशैली और प्रबंधन पर गंभीर सवाल उठे।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि डॉ. राजकुमार के नेतृत्व में:
- आदेशों का पालन नहीं हुआ
- प्रशासनिक प्रक्रिया में लापरवाही रही
- मरीजों और अस्पताल की ज़रूरतों की अनदेखी की गई
📣 निष्कर्ष
सरकार का यह कदम प्रशासनिक जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में एक कड़ा संदेश है। स्वास्थ्य मंत्री ने साफ किया है कि कोई भी अधिकारी लापरवाही करेगा, तो उस पर कार्रवाई ज़रूर होगी।

