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📌 गांडीव लाइव डेस्क:
बच्चों के अश्लील वीडियो गिरोह का भंडाफोड़
रांची: झारखंड सीआईडी ने बच्चों के अश्लील वीडियो की खरीद-फरोख्त करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। सीआईडी की साइबर क्राइम ब्रांच की जांच में यह तथ्य सामने आया कि एक वेबसाइट का उपयोग डिजिटल मार्केटप्लेस के रूप में किया जा रहा था, जहां अश्लील वीडियो बेचे जा रहे थे। यह जो नेटवर्क है, वह सिर्फ देश ही नहीं बल्कि विदेशों तक फैला हुआ है।
दो आरोपियों की गिरफ्तारी
साइबर क्राइम ब्रांच ने बोकारो में छापेमारी कर दो मुख्य आरोपियों, अंकित कुमार और विवेक कुमार, को गिरफ्तार किया है। उनकी डिजिटल डिवाइसों की तलाशी के दौरान बड़ी मात्रा में बाल शोषण से संबंधित वीडियो और फोटो बरामद हुए हैं। जांच के दौरान पता चला कि आरोपी टेलीग्राम चैनलों और क्लाउड स्टोरेज का इस्तेमाल कर संगठित तरीके से अश्लील सामग्री का व्यापार करते थे।
टेलीग्राम पर वीडियो बिक्री का तरीका
जांच अधिकारियों ने बताया कि आरोपी पहले अश्लील वीडियो बनाते थे और फिर उसका छोटा क्लिप टेलीग्राम पर साझा करते थे। जो ग्राहक पूरा वीडियो देखना चाहते, उन्हें आरोपी क्यूआर कोड भेजकर भुगतान की प्रक्रिया पूरी करने के बाद लिंक प्रदान करते थे। पूछताछ में यह भी उजागर हुआ कि वे एक वीडियो को ₹499 से लेकर ₹1699 तक में बेचते थे। आरोपियों का ये नेटवर्क केवल भारत तक सीमित नहीं था, बल्कि उन्होंने ओमान, बांग्लादेश और यूएई के नागरिकों को भी यह सामग्री बेची। इस खुलासे ने जांच एजेंसियों की चिंताओं को और बढ़ा दिया है।
शिकायत पर कार्रवाई हुई शुरू
यह मामला तब सामने आया जब राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल पर एक शिकायत दर्ज की गई। झारखंड की एक पीड़िता ने बताया कि उसकी बिना सहमति के अश्लील तस्वीरें और वीडियो वेबसाइट पर अपलोड किए गए थे, जिसके चलते वह मानसिक तनाव और आत्महत्या के विचारों से गुजरने लगी। इस शिकायत के बाद तुरंत मामला दर्ज किया गया और उचित कार्रवाई शुरू की गई।
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