झारखंड : झारखंड के सीमांचल जिला चतरा के राजपुर थाना क्षेत्र के पकरी गांव में शनिवार को जंगली फल खाने से एक स्कूल के करीब 27 छात्र बीमार हो गए। समाचार एजेंसी भाषा की एक रिपोर्ट की ओर से मिली जानकारी के अनुसार, जंगली फल खाने के बाद बीमार पड़े इन 27 छात्रों को चतरा के सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया. आलम यह कि इस घटना की सूचना मिलने के बाद झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार के श्रम मंत्री और चतरा विधानसभा क्षेत्र के विधायक सत्यानंद भोक्ता ने स्वास्थ्य केंद्र का दौरा किया और बीमार छात्रों की कुशल क्षेम पूछी.
समाचार एजेंसी भाषा की खबर के अनुसार, झारखंड के सीमांचल जिला चतरा के राजपुर थाना क्षेत्र के पकरी गांव में शनिवार को जंगली फल खाने से एक स्कूल के करीब 27 छात्र बीमार हो गए. इन छात्रों ने अपने स्कूल के पास स्थित एक जंगल में यह फल खाए थे. मामले से जुड़े अधिकारियों ने भाषा को बताया कि यह घटना झारखंड के सीमांचल जिले चतरा के राजपुर थाना क्षेत्र के पकरी गांव की है.
जंगली फल खाकर बीमार पड़े बच्चों में से एक बालक ने बताया कि राजपुर थाना क्षेत्र के पकरी गांव के प्राथमिक स्कूल के बच्चे अपने विद्यालय से सटे जंगल में गए थे और कुछ जंगली फल खा गए. उन्हें यह बता नहीं था कि यह कौन सा फल है और इसे खाने के बाद क्या हो सकता है. उसने बताया कि जंगली फल खाने के बाद से ही छात्रों की तबीयत खराब होने लगी.
छात्रों का हाल जानने के बाद झारखंड के श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने अपने ट्वीट में लिखा है कि आज चतरा के कान्हाचट्टी प्रखंड के 22 बच्चे जो बगरेड़ी का बीज खाने से अचानक गंभीर रूप से बीमार हो गए थे. मामले की जानकारी मिलते ही बच्चों के स्वास्थ्य की जानकारी लेने सदर अस्पताल पहुंचा. सभी बच्चों की स्थिति सामान्य हो गई है. उनका उपचार जारी है.
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