कहा- झारखंड युवा सदन के नाम पर होता था अनएथिकल करप्ट प्रैक्टिस
रांची। समाज सेवा के नाम पर मिशन ब्लू फाउंडेशन और इसके सुप्रीमो पंकज सोनी लोगों से मोटी रकम वसूल कर अपना वारा-न्यारा करते थे। पहले झारखंड इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल करवाने में गड़बड़ी के आरोपों के बाद उस से निष्कासित मिशन ब्लू फाउंडेशन को अब युवा सदन ने भी ब्लैक लिस्टेड कर दिया है। इस संबंध में युवा सदन द यूथ असेंबली ने अपने वेबसाइट पर मिशन ब्लू फाउंडेशन और पंकज सोनी को अनइथिकल और करप्ट प्रैक्टिस कर झारखंड युवा सदन को बदनाम करने का दोषी ठहराते हुए हमेशा के लिए उन से नाता तोड़ लिया है। युवा सदन ने अपने सोशल प्लेटफॉर्म पर इस पत्र को सार्वजनिक करते हुए लोगों को आगाह किया है कि झारखंड युवा सदन के नाम पर मिशन ब्लू फाउंडेशन या पंकज सोनी से किसी प्रकार का लेनदेन ना करें।
गांडीव ने चेताया था, पर प्रेस क्लब ने किया था एप्रिशिएट
गांडीव के खुलासे के बाद बंद हो गई थी हॉस्पिटल के नाम पर दुकानदारी
मिशन ब्लू फाउंडेशन और इसके सुप्रीमो पंकज सोनी के खिलाफ गांडीव ने पहले ही खबर छाप कर उनके गोरखधंधे से लोगों को आगाह किया था। रांची प्रेस क्लब में कोरोना हॉस्पिटल खोलने के नाम पर लोगों से वसूली करने की खबर को प्रमुखता से गांडीव में छपने के बाद रांची प्रेस क्लब ने पंकज सोनी के हॉस्पिटल को तुरंत बंद करा दिया था। लेकिन इसके बाद प्रेस क्लब के निवर्तमान सचिव अखिलेश सिंह ने प्रेस क्लब में संवाददाता सम्मेलन कर पंकज सोनी और मिशन ब्लू फाउंडेशन को पाक साफ बताया था। इससे भी आगे बढ़कर रांची प्रेस क्लब के लेटर पैड पर पदाधिकारियों ने मिशन ब्लू फाउंडेशन के नाम से अप्रिशिएसन लेटर जारी किया था। हालांकि जानकारी के अनुसार अभी तक मिशन ब्लू फाउंडेशन रांची प्रेस क्लब का बकायेदार है और इस मामले में क्लब के पदाधिकारी रहस्यमय चुप्पी साधे हुए हैं।
Have any thoughts?
Share your reaction or leave a quick response — we’d love to hear what you think!