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📌 गांडीव लाइव डेस्क:
रांची: झारखंड की मुख्य सचिव अलका तिवारी 30 सितंबर 2025 को अपने पद से रिटायर हो रही हैं। इस अवसर पर, सचिवालय में शनिवार से गुरुवार तक अवकाश रहेगा जिससे उनका अंतिम कार्यदिवस शुक्रवार को होगा। वर्तमान में राज्य सरकार ने नए मुख्य सचिव के चयन पर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया है और उम्मीद जताई जा रही है कि मंगलवार तक इस संबंध में कोई जानकारी उपलब्ध होगी।
मुख्य सचिव पद की दौड़ में प्रमुख पात्र
झारखंड कैडर में मुख्य सचिव बनने के लिए दो वरिष्ठ आईएएस अधिकारी प्रमुखता से सामने आए हैं। इनमें 1996 बैच की वंदना दादेल, जो कि कैबिनेट सचिवालय और गृह विभाग की प्रधान सचिव हैं, और 1993 बैच के अविनाश कुमार, जो मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव के रूप में कार्यरत हैं, शामिल हैं। अलका तिवारी को छोड़कर, झारखंड में कुल छह आईएएस अधिकारी मुख्य सचिव पद के लिए योग्य हैं। इनमे से तीन अधिकारी, शैलेश कुमार सिंह, निधि खरे और सत्येंद्र सिंह, केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं और उनकी लौटने की संभावना बेहद कम है। राज्य में वर्तमान में अविनाश कुमार, अजय कुमार सिंह और नीतिन मदन कुलकर्णी सीएस रैंक में हैं।
राज्य में बारिश का अलर्ट
उधर, रांची समेत कई जिलों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। हस्ता नक्षत्र आज से शुरू होकर 11 अक्टूबर तक रहेगा।
अगले मुख्य सचिव के चुनाव की संभावनाएँ
आगामी मुख्य सचिव के पद के लिए फिलहाल राज्य में तैनात अधिकारियों में से किसी एक के चयन की उच्च संभावना है। वर्तमान परिस्थितियों में अविनाश कुमार और वंदना दादेल में से किसी एक को अगले मुख्य सचिव के रूप में चुने जाने की उम्मीद है। हालांकि, दादेल अभी मुख्य सचिव रैंक की अधिकारी नहीं हैं और वह 1 जनवरी 2026 से इस पद पर आएंगी। परंतु, प्रावधानों के अनुसार, एक प्रधान सचिव को तीन महीनों के लिए प्रभारी मुख्य सचिव बनाया जा सकता है। इस प्रकार, वंदना दादेल को अक्टूबर से दिसंबर तक के लिए यह पद सौंपा जा सकता है। इसके बाद, सीएस रैंक में आने के बाद, वह नियमित मुख्य सचिव बन सकती हैं। फिर भी, वरीयता के आधार पर, अविनाश कुमार के मुख्य सचिव बनने की संभावनाएँ अधिक दिख रही हैं।

