स्पोर्ट्स: भारत ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ 3 मैचों की वनडे श्रृंखला में 2-1 से विजय प्राप्त की है। इस श्रृंखला में भारत के स्टार बल्लेबाज **विराट कोहली** का प्रदर्शन उल्लेखनीय रहा, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें **प्लेयर ऑफ द सीरीज** का खिताब मिला। यह कोहली का 12वां अवसर था जब उन्होंने इस सम्मान को हासिल किया, जिससे उन्होंने श्रीलंका के पूर्व बल्लेबाज **सनथ जयसूर्या** को पीछे छोड़ दिया। जयसूर्या ने अपने करियर में 11 बार इस पुरस्कार को जीता था।
<h3><strong>'टीम को बड़ा फायदा मिलता है'</strong></h3>
<p>अवॉर्ड मिलने के बाद विराट ने कहा कि इस श्रृंखला में उनके खेलने का तरीका उनके लिए सबसे बड़ी संतोष की बात है। उन्होंने कहा कि अब उन्हें खेलते समय एक नई आजादी और आत्मविश्वास अनुभव होता है। उन्होंने कहा कि पिछले 2-3 सालों में उन्होंने इस तरीके से बल्लेबाजी नहीं की थी। कोहली ने बताया कि इस अंदाज में खेलने से टीम को बड़ा फायदा होता है, और इससे उन्हें कठिन परिस्थितियों में खुद को संभालने तथा मैच को सफल बनाने का विश्वास मिलता है।</p>
<h3><strong>'खुद पर शक भी होता है'</strong></h3>
<p>विराट ने आगे बताया कि लंबे समय तक क्रिकेट खेलने पर कई बार आत्म-संदेह होता है। विशेष रूप से एक बल्लेबाज के लिए, एक छोटी सी गलती उनका विकेट चुका सकती है। लेकिन इस सफर में खुद को सुधारने और बेहतर बनाने का महत्व होता है। उन्होंने कहा कि उन्हें गर्व है कि वह अब भी टीम के लिए महत्वपूर्ण योगदान दे पा रहे हैं। जब वह आत्मविश्वास से खेलते हैं, तो बड़े शॉट्स खेलने की क्षमता बढ़ जाती है, और खेल में हमेशा कुछ नया सीखने का अवसर मिलता है।</p>
<h3><strong>पहले वनडे का जिक्र किया</strong></h3>
<p>विराट ने रांची में खेले गए पहले वनडे का उल्लेख किया और कहा कि यह उनके लिए विशेष था, क्योंकि यह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई श्रृंखला के बाद उनका पहला मैच था। उस दिन उन्हें खेल में एक अलग ऊर्जा का अनुभव हुआ। उन्होंने कहा कि तीनों मैच उनके लिए अत्यंत महत्वपूर्ण रहे और वे इस अवसर के लिए आभारी हैं।</p>
<h3><strong>विराट कोहली ने कुल 302 रन बनाए</strong></h3>
<p>सीरीज के तीन मैचों में **विराट कोहली** ने कुल 302 रन बनाए। उन्होंने दो शतक बनाए और आखिरी वनडे में नाबाद 65 रन की पारी खेली। रांची वनडे में उन्होंने 135 रन, दूसरे वनडे में 102 रन और तीसरे वनडे में 45 गेंदों पर 65 रन बनाकर अपनी टीम के लिए सबसे सफल बल्लेबाज साबित हुए। उनका यह प्रदर्शन भारतीय टीम की जीत में महत्वपूर्ण रहा और उनके द्वारा की गई बल्लेबाजी ने इस श्रृंखला को यादगार बना दिया।</p>
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