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📌 गांडीव लाइव डेस्क:
किशनगंज में पीएफआइ के पूर्व अध्यक्ष की गिरफ्तारी से हड़कंप
बिहार के किशनगंज में पूर्व पीएफआइ अध्यक्ष नदवी की गिरफ्तारी ने जिले में हलचल मचा दी है। नदवी, जो पिछले छह महीनों से एक निजी स्कूल में शिक्षक की भूमिका निभा रहा था, संगठन का विस्तार करने में जुटा था। वह युवाओं को मुस्लिम राष्ट्र के निर्माण में सहयोग देने के लिए प्रेरित कर रहा था।
बिहार पुलिस ने किया गिरफ्तार, एनआइए को सौंपा
बिहार पुलिस ने 11 सितंबर को नदवी को गिरफ्तार किया, जिसके बाद उसे एनआइए के हवाले कर दिया गया। तीन दिन की पूछताछ के बाद उसे पटना ले जाया गया, जहां अदालत के आदेश पर आठ दिनों के रिमांड पर रखा गया। एनआइए की टीम ने किशनगंज में नदवी के साथ मिलकर कई स्थानों पर छापेमारी की और कुछ व्यक्तियों से पूछताछ की।
नदवी ने खोले कई राज़
सूत्रों के अनुसार, नदवी ने एनआइए के समक्ष कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ साझा की, जिसमें सीमांचल क्षेत्र में संगठन के विस्तार और भविष्य की रणनीतियाँ शामिल थीं। पिछले छह महीनों में, नदवी ने किशनगंज के विभिन्न स्थानों पर लोगों के साथ संपर्क करने के प्रयास किए थे, और पूर्णिया, कटिहार, तथा अररिया जैसे क्षेत्रों का दौरा भी किया था।
शिक्षण नियुक्ति पर उठे सवाल
नदवी की फातिमा गर्ल्स स्कूल में शिक्षक के रूप में नियुक्ति भी जांच के दायरे में है। बिना किसी दस्तावेज और पहचान के डेमो क्लास के आधार पर नियुक्ति के कारण शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर सवाल उठ रहे हैं। इस पर कोई कार्रवाई नहीं होने से मामले की गूंज बढ़ सकती है।
आगामी कार्रवाई की संभावना
पीएफआइ के पूर्व अध्यक्ष नदवी की गिरफ्तारी के बाद, एनआइए कुछ अन्य व्यक्तियों को भी जांच के दायरे में ला सकती है। यह मामला देशद्रोह से जुड़े कई सवालों को उठाता है, और आने वाले दिनों में और जानकारी मिलने की उम्मीद है।

