गुमला। सदर प्रखंड के पुगू गांव में जिला प्रशासन की सक्रियता से एक नाबालिग लड़की की शादी रोक दिया गया। किशोरी जतरा भगत की पढ़ाई बंद होने के बाद उसके माता पिता कम उम्र में ही शादी करवा रहे थे। इसकी सूचना मिलने के बाद घटना स्थल पर पहुंचकर कई अधिकारियों ने शादी पर तत्काल रोक लगाने की चेतावनी दी। जिसके बाद शादी रोक दिया गया। जानकारी के अनुसार पुगू गांव में एक दंपति ने गरीबी के कारण अपनी 17 वर्षीय बेटी को नहीं पढ़ा सके। किशोरी जतरा टाना भगत उच्च विद्यालय पुगू में नौंवी कक्षा के बाद पढ़ाई छोड़ दी। जिस कारण उसके माता पिता ने लोहरदगा जिला के किसी गांव में उसकी शादी तय कर दी। बुधवार को वर पक्ष से बड़ा मेहमानी बुलाया गया था। कम उम्र में विवाह की सूचना मिलने के बाद प्रखंड विकास पदाधिकारी सुकेशिनी केरकेट्टा, अंचल अधिकारी कुशलमय केनेथ मुंडू और अन्य अधिकारी पुगू पहुंचे और कम उम्र में बेटी की शादी करने वाले माता पिता को फटकार लगाया। प्रशासन के पहुंचने के बाद बच्ची के माता-पिता ने शादी से इंकार किया और बताया कि अभी केवल मेहमानी हो रही है वे लोग 18 वर्ष के बाद शादी करेंगे। प्रशासन ने माता-पिता की बात को मानने से इंकार करते हुए शादी की पूरी प्रक्रिया पर ही रोक लगा दी है। प्रशासन के इस पहल से शादी रूक गई और उस घर में मेहमानी का उत्सव खामोशी में बदल गई है।
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