मुक्ति संस्था ने जुमार के किनारे किया सामूहिक अंतिम संस्कार
संस्था के प्रयास से अब तक 1344 शवों को मिली मोक्ष
रांची। मुक्ति संस्था ने आज दोपहर को जुमार नदी के तट पर 27 लावारिस शवों का अंतिम संस्कार किया। जुमार नदी घाट पर पूरे विधि विधान से सामूहिक चिता सजाई गई और मंत्रोच्चार के बीच शवों का अंतिम संस्कार किया गया। पिछले 7 साल से यह संस्था लावारिश शवों का अंतिम संस्कार कर रही है। अबतक 1344 लावारिश शवों का अंतिम संस्कार किया जा चुका है। यह सभी शव रिम्स के शव गृह में रखी हुई थी। जिन पर एक महीने में किसी भी परिजन ने दावा पेश नहीं किया। शवों के अंतिम संस्कार के लिए नगर निगम ने लकड़ी उपलब्ध करायी है। मुक्ति संस्था के संस्थापक प्रवीण लोहिया ने 27 लावारिस शवों की सामूहिक चीता सजाकर उन्हें मुखाग्नि प्रदान की। जबकि अंतिम अरदास परमजीत सिंह टिंकू ने किया। शवों को जुमार नदी के तट पर लाने में नगर निगम का सहयोग रहा। शवों के अंति संस्कार के दौरान पंकज मिद्धा, पंकज खीरवाल, हरीश नागपाल, रवि अग्रवाल, आशुतोष अग्रवाल, आशीष भाटिया, अरुण कूरटीयार, संदीप पापनेज, सुनील अग्रवाल, अमरजीत गिरधर, आदित्य रजगड़िया, राहुल जायसवाल, केसी चौधरी, राजेश विजयवर्गीय, सुमित अग्रवाल, उज्ज्वल जैन, संदीप कुमार, विकास सिंघानिया, प्रमोद सारस्वत, नीरज खेतान, रोहित पोद्दार, बलबीर जैन और अमित अग्रवाल उपस्थित थे।
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