रामगढ़। आवासीय दिव्यांग विद्यालय सुकरीगढ़ा लारी में विश्व दिव्यांग दिवस धूमधाम से मनाया गया। मुख्य अतिथि सुकरीगढ़ा पंसस आसु देवी ने झंडोत्तोलन कर कार्यक्रम का उदघाटन किया। मौके पर उन्होंने कहा कि किसी तरह की विकलांगता अभिशाप नहीं होती। दिव्यांग व्यक्ति भी अपने मजबूत हौसलों के बूते सफलता के शीर्ष पर पहुंच सकता है। दिव्यांग बच्चे अपनी विकलांगता अभिशाप नहीं मानें, बल्कि उसे ताकत बनाएं। वे अपनी दृढ़ इच्छा शक्ति से अपने लक्ष्य को प्राप्त करें। विशिष्ट अथिति विद्यालय के संस्थापक देवधारी करमाली ने कहा कि समाज में दिव्यांग व्यक्तियों को बराबरी का दर्जा मिलना चाहिए। दिव्यांग भी समाज के प्रत्येक व्यक्ति की तरह आम नागरिक होते हैं। आज दिव्यांग अभिशाप नहीं बल्कि एक चुनौति है, समाज के सभी लोगों को साथ मिलकर इसका सामना करना है। मौके पर प्राचार्य लील मोहन पटेल, रजरप्पा दिव्यांग सेवा समिति के सचिव शंकरलाल महथा, शिक्षक रवि कुमार, अनीता देवी, शिला देवी, जीतू कुमारी सहित भूवनेश्वर चौधरी, योसोदा देवी आदि मौजूद थे।

