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दुआओं की जगह चीखें थीं और डर के बादल थे, क्योंकि धर्म के नाम पर मौत थी… (Pahalgam Terror Attack)

by Aaditya Hriday
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🕯️ पहलगाम टेरर अटैक (Pahalgam Terror Attack) ने देश की आत्मा को झकझोर दिया है। बैसारन घाटी में हुए इस नरसंहार में सबसे डरावना सच ये है – आतंकियों ने लोगों का मजहब जानकर गोलियां चलाईं।

एक महिला चीखती रही – “भैया, मेरे पति को बचा लो, सिर में गोली मार दी… उन्होंने धर्म पूछा और फिर गोली मार दी…”

क्या यही वो कश्मीर है जहां हर कोई अमन और खूबसूरती देखने जाता है? क्या अब हिंदू होना गुनाह बन गया है?


🩸 ये हमला नहीं, खुलेआम धार्मिक नरसंहार था

📍पहलगाम की खूबसूरत घाटी में जब लोग छुट्टियों का आनंद ले रहे थे, तभी आतंकियों ने नकली आर्मी ड्रेस पहनकर पर्यटकों के बीच पहुंचकर पहचान पत्र मांगना शुरू किया।
जैसे ही उन्हें हिंदू पहचान मिली, उन्होंने बिना देर किए गोलियां बरसा दीं।

  • 26 मासूम जानें चली गईं
  • सिर में गोली लगी युवती की चीखें घाटी में गूंजती रहीं
  • दर्जनों घायल, कई की हालत नाजुक

TRF जैसे आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है, पर सवाल ये है – क्या ये सरकार के लिए अब भी सिर्फ “जांच का विषय” है?


⚖️ कब तक बर्दाश्त करेंगे ये मजहबी आतंक?

जब देश में कोई एक भी अल्पसंख्यक पर हमले की खबर आती है, तो मानवाधिकार संगठन, फिल्मी सितारे, विदेशी पत्रकार – सब झंडा उठाए खड़े हो जाते हैं।
लेकिन अब जब हिंदुओं को मजहब पूछकर मारा जा रहा है, तो चुप्पी क्यों?

👉 ये कोई एक घटना नहीं – पिछले कुछ सालों में कश्मीर में टारगेटेड किलिंग्स लगातार बढ़ी हैं।
👉 हिन्दुओं, कश्मीरी पंडितों, पर्यटकों को निशाना बनाना एक सुनियोजित साजिश का हिस्सा है।

यह भी पढ़े : “भैया, मेरे पति को बचा लो…” – पहलगाम की वादियों में गूंजती रहीं चीखें… 26 की मौत


🔥 अब वक्त है एक्शन का – ये “कड़ी निंदा” नहीं, बदला मांगता है

TRF और उसके जैसे सभी आतंकी संगठनों को पूरी तरह नेस्तनाबूद करना होगा।
कश्मीर में पर्यटकों की सुरक्षा के लिए स्पेशल इंटेलिजेंस और मिलिट्री ऑपरेशन ज़रूरी है।
धार्मिक पहचान पर हमले को ‘घृणित अपराध’ घोषित कर सख्त कानूनी कार्रवाई हो।
देश के हर नागरिक को अब इस आतंक के खिलाफ आवाज उठानी होगी – ये सिर्फ कश्मीर का मुद्दा नहीं, बल्कि भारत के हर व्यक्ति की सुरक्षा का सवाल है।


💔 आज बैसारन में खून बहा है, कल कोई और घाटी हो सकती है…

अगर अब भी हम चुप बैठे, तो अगली खबर आपके शहर से आ सकती है।
👉 सवाल ये नहीं है कि हमला कहां हुआ।
👉 सवाल ये है कि मजहब पूछकर जान लेना, हमारे देश में अब “नया सामान्य” बन रहा है।


📢 समाज जागे, सिस्टम बोले – वरना इंसानियत दम तोड़ देगी

🙏 शहीद हुए निर्दोष लोगों को श्रद्धांजलि। हम नहीं भूलेंगे, हम नहीं क्षमा करेंगे।

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