लोहरदगा। सेरेंदाग थाना अंतर्गत चपाल जंगल में आईईडी ब्लास्ट में ग्रामीण की मौत हो गई। बताया जाता है कि पुलिस सुरक्षा बल को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से जंगली-पहाड़ी क्षेत्र में भाकपा माओवादी संगठन के उग्रवादियों द्वारा लगाए गए आईईडी (प्रेशर बम) ब्लास्ट में हेसाग गांव निवासी सुपाल तुरी की मौत हो गई। बताया जाता है कि सुपाल तुरी चपाल जंगल में बांस लाने के लिए गया हुआ था। जहां उग्रवादियों द्वारा लगाए गए आईईडी की चपेट में वह आ गया, जिससे उसकी मौत हो गई। चपाल जंगल में आईईडी (प्रेशर बम) ब्लास्ट की पुष्टि एसपी प्रियंका मीना ने की है, पर ग्रामीण की मौत के मामले में उनका कहना हैं कि चुकी घटना स्थल बीहड़ जंगली क्षेत्र में है, इसलिए इसकी तहकीकात की जा रही है। सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने को लेकर भागता माओवादी नक्सली संगठन द्वारा लगाए गए आईईडी की चपेट में आने से एक ग्रामीण की मौत हो गई है। यह घटना जिले के सुदूरवर्ती नक्सल प्रभावित सेरेंगदाग थाना क्षेत्र के चपाल जंगल की है। घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मामले की छानबीन और आगे की कार्रवाई में जुट गई है। बताया जाता है कि सुपाल तुरी बांस लाने के लिए बुधवार को जंगल में गया हुआ था। जहां वह नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईईडी के चपेट में आ गया। जिससे मौके पर हीं उसकी मौत हो गई। सुपाल के घर नहीं आने पर उसे स्वजन खोजते हुए जंगल पहुंचे। जहां पर शव पड़ा देख, सुपाल के शव को वहां से उठाकर घर लाया गया।
एसपी प्रियंका मीना ने आईईडी ब्लास्ट की की पुष्टि
एसपी प्रियंका मीना ने आईईडी ब्लास्ट की पुष्टि की है। हालांकि एसपी ने सिर्फ ब्लास्ट होने की जानकारी मिलने की बात कही। उन्होंने ग्रामीण की मौत को लेकर फिलहाल कोई पुष्टि नहीं की है। एसपी का कहना है कि घटनास्थल सुदूरवर्ती क्षेत्र है, ऐसे में पूरी जानकारी अभी नहीं मिल पाई है।

