Home » हरियाणा कांग्रेस बिहार चुनावों से पहले बड़े फेरबदल की तैयारी में, नए राज्य अध्यक्ष शीघ्र घोषित होंगे

हरियाणा कांग्रेस बिहार चुनावों से पहले बड़े फेरबदल की तैयारी में, नए राज्य अध्यक्ष शीघ्र घोषित होंगे

by Aaditya Hriday
fb-icon

📌 गांडीव लाइव डेस्क:

हरियाणा में कांग्रेस की नए अध्यक्ष और विधायक दल के नेता की नियुक्ति पर चर्चा

हरियाणा में 2024 के विधानसभा चुनावों में मिली हार के बाद कांग्रेस में बड़े बदलाव होने की संभावना है। पार्टी के भीतर जल्द ही विधायक दल के नेता और प्रदेश अध्यक्ष के नामों की घोषणा की जा सकती है। ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को एक बार फिर विधायक दल का नेता बनाया जाएगा। इससे पूर्व, बीजेपी के नेताओं ने कांग्रेस पर विधायक दल के नेता का चयन न करने को लेकर लगातार हमले जारी रखे थे। जबकि भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अनौपचारिक रूप से इस भूमिका का निर्वहन किया है।

राव नरेंद्र की अध्यक्ष पद पर दावेदारी

हुड्डा खेमे के सक्रिय होने के साथ ही, विधानसभा अध्यक्ष पद की दावेदारी से राव नरेंद्र ने पीछे हटने का निर्णय लिया है। प्रदेश अध्यक्ष के पद के लिए राव नरेंद्र का नाम सबसे आगे है, जो अहीरवाल की नारनौल विधानसभा सीट से चुनाव जीतने के बाद चर्चित हुए हैं। उन्हें राहुल गांधी का करीबी माना जाता है और उनसे पहले स्वास्थ्य मंत्री के पद पर भी कार्य कर चुके हैं।

सामुदायिक प्रतिनिधित्व का ध्यान

सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस अहीर समुदाय से किसी नेता को प्रदेश अध्यक्ष बनाने पर ध्यान दे रही है। पार्टी के प्रभारी ने आलाकमान को संभावित नामों की एक सूची प्रस्तुत की है, जिसमें राव नरेंद्र सिंह, राव दान सिंह और पूर्व अध्यक्ष कैप्टन अजय यादव के नाम शामिल हैं। इनमें राव नरेंद्र सिंह को सबसे ज्यादा समर्थन मिल रहा है, खासकर कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला द्वारा।

गुटबाजी और खींचतान का अंत

भूपेंद्र सिंह हुड्डा के दोबारा विधायक दल के नेता बनने की संभावना से उनकी खेमे में खुशी का माहौल है। पार्टी के भीतर पिछले कुछ समय से चल रही खींचतान अब खत्म होती दिख रही है, और आलाकमान ने दोनों पदों के लिए नामों को स्वीकृति दे दी है। मुख्य अध्यक्ष चौधरी उदयभान की विदाई तय मानी जा रही है, जिन पर हार के बाद से इस्तीफे का दबाव है।

राव नरेंद्र का राजनीति में पैठ बनाना उन्हें आगामी चुनावों में पार्टी के लिए एक मजबूती प्रदान कर सकता है। पार्टी के चुनावी समीकरणों को ध्यान में रखते हुए, कई कार्यकारी अध्यक्ष भी नियुक्त किए जा सकते हैं।

कांग्रेस की इस नई रणनीति से हरियाणा में राजनीतिक परिदृश्य में महत्वपूर्ण परिवर्तन आने की संभावना है।

Advertisement
Advertisement
Advertisement 1
Advertisement Popup
Advertisement
Advertisement

You may also like

Leave a Comment

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More