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📌 गांडीव लाइव डेस्क:
बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए (National Democratic Alliance) गठबंधन में सीटों को लेकर नया फॉर्मूला तय हो गया है। बिहार बीजेपी के प्रभारी विनोद तावंडे ने इस संबंध में जानकारी अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर साझा की है।
सीटों की संख्या में बदलाव
नई व्यवस्था के मुताबिक, जेडीयू और बीजेपी दोनों को 101-101 सीटें मिलेंगी। वहीं, चिराग पासवान की पार्टी को 29 सीटें दी गई हैं, जबकि उपेंद्र कुशवाहा और जीतन राम मांझी को 6-6 सीटों पर चुनाव लड़ने का मौका मिलेगा। यह बदलाव जेडीयू की स्थिति को कमजोर करता है, क्योंकि वह अब बिहार में बड़े भाई की भूमिका में नहीं रह गई है।
चिराग पासवान को लाभ
चिराग पासवान के लिए यह चुनावी फॉर्मूला फायदेमंद साबित हो रहा है। पहले 25-26 सीटों की बातें चल रही थीं, जो अब बढ़कर 29 हो गई हैं। उनकी मांगों में ब्रह्मपुर, गोविंदपुर और हिसुआ विधानसभा क्षेत्रों को भी शामिल किया गया है। 2020 के चुनाव में, चिराग ने एनडीए से अलग होकर चुनाव लड़ा था, जिससे जेडीयू को भारी नुकसान उठाना पड़ा था और आरजेडी (Rashtriya Janata Dal) सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी।
एनडीए की मजबूरी और आगे की राह
चिराग पासवान की अलग होने की आशंका ने जेडीयू और बीजेपी को मजबूर किया, जिसके चलते उनकी सीटों की संख्या बढ़ानी पड़ी। इस बीच, इंडिया गठबंधन द्वारा सीटों का ऐलान अभी तक नहीं किया गया है। बिहार के राजनीतिक मंच पर यह बदलाव कई नई समीकरणों को जन्म देगा।