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कुड़मी सेना के रेल रोको आंदोलन से कई ट्रेने रद्द, स्टेशनों पर यात्री बेहाल

by Aaditya Hriday


आज दूसरे दिन भी हजारों यात्री जहां तहां फंसे हुए है, 8 ट्रेने रद्द की गई

जमशेदपुर। कुड़मी को अनुसूचित जाति में शामिल करने की मांग को लेकर लगातार दूसरे दिन आज भी रेल चक्का जाम रहा। इसके कारण सबसे ज्यादा परेशानी ट्रेन यात्रियों को हो रही है। यात्री दो दिनों से जहां-तहां फंसे हुए बेहाल है। कई यात्री तो लगातार दो दिन से स्टेशन पर ही बैठे हैं। चक्का जाम के कारण दूसरे दिन भी 8 ट्रेनें रद्द कर दी गई तो दर्जनों ट्रेनों के मार्ग बदल दिए गए। स्टेशन पर अफरा तफरी का माहौल है। कई स्टेशनों पर यात्री बवाल कर रहे हैं। झाड़ग्राम एवं खड़गपुर स्टेशन के बीच खेमाशुली के समीप स्थानीय लोगों द्वारा रेल चक्का जाम आज भी जारी है। इससे आम यात्रियों के साथ-साथ रेल सुरक्षा आयुक्त (सीआरएस) एएम चौधरी को भी परेशानी उठानी पड़ी। मंगलवार को चाकुलिया से घाटशिला के बीच थर्ड लाइन का निरीक्षण करने आए सीआरएस पूरे दिन निरीक्षण करने के बाद शाम 7:00 बजे वापस हावड़ा के लिए अपने विशेष सैलून से रवाना हो गए। लेकिन आंदोलनकारियों द्वारा रेलवे ट्रैक खाली नहीं किए जाने के कारण उनका सैलून करीब 2 घंटे तक झाड़ग्राम स्टेशन पर ही खड़ा रहा। आखिरकार रात 9:00 बजे के बाद सीआरएस का सैलून वापस टाटानगर की ओर रवाना हो गया। सीआरएस का विशेष सैलून टाटा से आद्रा, आसनसोल होते हुए हावड़ा पहुंचा। बता दें कि झाड़ग्राम से हावड़ा की सीधी दूरी करीब 150 किलोमीटर है जबकि टाटा आद्रा आसनसोल होते हुए हावड़ा जाने पर सीआरएस को करीब 500 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ा। कुड़मी सेना की ओर से अपनी मांगों को लेकर खड़गपुर, आद्रा एवं चक्रधरपुर डिविजन में रेल रोको आंदोलन चलाया गया। यात्रियों को उम्मीद थी की शाम होते-होते आंदोलन समाप्त कर दिया जाएगा। लेकिन देर रात तक आंदोलन जारी रहने के कारण टाटा-छपरा ट्रेन को रात्रि के 8 बजे के बाद रद्द करने की घोषणा कर दी गई।

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