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📌 गांडीव लाइव डेस्क:
करीना कपूर का जन्मदिन: कपूर खानदान की चमकती सितारा
बॉलीवुड के कपूर परिवार ने हिंदी सिनेमा को कई प्रतिभाशाली कलाकार दिए हैं, जिनमें करीना कपूर खान का नाम प्रमुख है। करीना ने अपने प्रयासों और प्रतिभा से फिल्म इंडस्ट्री में एक विशेष स्थान बनाया है।
करीना कपूर का जन्म 21 सितंबर 1980 को प्रसिद्ध कपूर खानदान में हुआ। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 2000 में जेपी दत्ता की फिल्म ‘रिफ्यूजी’ से की, जिसने उन्हें फिल्मफेयर बेस्ट फीमेल डेब्यू अवॉर्ड दिलवाया। हालांकि, यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर असफल साबित हुई। दिलचस्प बात यह है कि करीना ने उस समय की हिट फिल्म ‘कहो ना… प्यार है’ को छोड़कर ‘रिफ्यूजी’ को चुना, क्योंकि उन्हें चुनौतीपूर्ण भूमिकाएं निभाने में रुचि थी।
शुरुआत से ही विविधतापूर्ण करियर
करीना का करियर हमेशा से जोखिम भरा और विविधतापूर्ण रहा है। करण जौहर की ‘कभी खुशी कभी गम’ में उन्होंने ‘पू’ नाम की भूमिका निभाई, जो आज भी स्टाइल आइकन मानी जाती है। लेकिन अपनी इस छवि से बाहर निकलने के लिए, उन्होंने ‘चमेली’ (2004) जैसी फिल्मों का चुनाव किया, जहां उन्होंने एक वेश्या का किरदार निभाया। इसके बाद ‘ओंकारा’ (2006) में डॉली मिश्रा का रोल उनके लिए करियर का महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ। इस फिल्म ने उन्हें आलोचकों से बहुत सराहना दिलाई और फिल्मफेयर क्रिटिक्स अवॉर्ड भी हासिल किया।
करियर के टर्निंग पॉइंट: ‘जब वी मेट’
करीना का करियर 2007 में इम्तियाज अली की फिल्म ‘जब वी मेट’ से बदल गया, जिसमें उन्होंने गीत का किरदार निभाया। फिल्म के संवाद “मैं अपनी फेवरेट हूं” ने दर्शकों के दिलों में एक विशेष स्थान बना लिया। इस फिल्म ने उन्हें न केवल लोकप्रियता दिलाई, बल्कि फिल्मफेयर बेस्ट एक्ट्रेस अवॉर्ड भी दिलवाया। इसके बाद करीना ने ‘3 इडियट्स’, ‘बजरंगी भाईजान’, ‘गोलमाल 3’, ‘बॉडीगार्ड’, ‘गुड न्यूज’ और ‘हलचल’ जैसी हिट फिल्मों में काम किया। इन फिल्मों ने उन्हें बॉलीवुड की बॉक्स ऑफिस क्वीन बना दिया। वहीं, ‘उड़ता पंजाब’ जैसे कंटेंट-ड्रिवन फिल्म्स ने साबित किया कि करीना का अभिनय केवल वाणिज्यिक ही नहीं, बल्कि गहन भी है।
हाल ही में करीना ने ‘जाने जान’ और ‘द बकिंघम मर्डर्स’ जैसी थ्रिलर फिल्मों में अभिनय किया, जिससे उन्होंने एक नई पहचान बनाई है। दो दशकों का सफर तय करने के बावजूद उनकी लोकप्रियता में कोई कमी नहीं आई है। करीना कपूर ने यह सिद्ध कर दिया है कि असफलताओं और ठुकराई गई सफलताओं के बावजूद, मेहनत और आत्मविश्वास से कोई भी कलाकार ‘बॉक्स ऑफिस क्वीन’ बन सकता है।
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