जलगांव ट्रेन हादसा (Pushpak Express Accident) : हादसे में जान गंवाने वालों की संख्या 13 हो गई है. 15 लोगों का अब भी इलाज चल रहा है. एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया है कि ट्रेन में एक चाय बेचने वाले ने आग की बात फैलाई थी.
महाराष्ट्र के जलगांव में हुए रेल हादसे (Jalgaon Train Accident) में 13 लोगों की मौत हो गई है और 15 लोग घायल हैं. पुष्पक एक्सप्रेस में सवार कुछ यात्रियों के बीच ट्रेन में आग लगने की अफवाह फैल गई थी. अब इस मामले में एक नया अपडेट आया है. एक प्रत्यक्षदर्शी ने इंडिया टुडे को बताया है कि एक चायवाले को ऐसा लगा कि ट्रेन में आग लगी है. इसके बाद अफरातफरी मच गई.
श्रावस्ती जिले के बहेरिया के रहने वाले बाबादीप शोभाराम पासवान ने बताया,
एक चायवाले ने अफरा-तफरी मचा दी. उसको लगा कि ट्रेन में आग लग गई. उस चायवाले ने खुद ही चेन खींच दी. जब ट्रेन धीमी होने लगी तो यात्री जान बचाने के लिए ट्रेन से कूदने लगे. कुछ लोग उस ट्रैक पर कूद गए जहां से कर्नाटक एक्सप्रेस गुजर रही थी. लोग ट्रेन की चपेट में आ गए. सैकड़ों लोग दूसरी तरफ कूद गए जहां कोई ट्रैक नहीं था. अगर वो लोग भी कर्नाटक एक्सप्रेस वाली साइड ही कूदते तो और ज्यादा लोगों की मौत होती.
13 मृतकों में 8 लोगों की पहचान कर ली गई है. इनमें से दो लोगों की पहचान उनके आधार कार्ड से की गई है. अधिकारियों ने ये भी बताया है कि जान गंवाने वालो में से कम से कम 4 लोग नेपाल के हैं. इनके नाम इस प्रकार हैं,
- कमला नवीन भंडारी (43 साल)- मुंबई के कोलबा में रहते थे.
- जवाकला भाटे (60 साल)- थाणे के भिवांडी में रहते थे.
- लच्छीराम खातरू (40 साल)
- इम्तियाज अली (11 साल)
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CM Devendra Fadnavis ने मुआवजे की घोषणा की
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मामले पर कहा,
कुछ लोगों ने गलती से ये मान लिया कि ट्रेन से चिंगारी आ रही है और कूद गए. दुर्भाग्य से दूसरी तरफ एक ट्रेन आ रही थी.
मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिवारों को पांच-पांच लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है. इसके अलावा रेलवे बोर्ड ने मृतकों के परिवारों के लिए डेढ़-डेढ़ लाख रुपये, गंभीर रूप से घायल लोगों के लिए पचास-पचास हजार रुपये और मामूली रूप से घायल लोगों के लिए पांच-पांच हजार रुपये की घोषणा की है.
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