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📌 गांडीव लाइव डेस्क:
झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने रांची के भाजपा विधायक सीपी सिंह को एक पत्र लिखकर उनके सम्मान की कमी पर चिंता जताई है। अंसारी ने इस पत्र में सीपी सिंह को पितातुल्य और मार्गदर्शक बताया, साथ ही भाजपा में उनके अपमान की ओर ध्यान खींचा।
जाति पर आधारित भेदभाव का आरोप
पत्र में अंसारी का कहना है कि सीपी सिंह को उनकी जाति के कारण वह सम्मान नहीं मिला, जिसके वे वास्तव में हकदार हैं। उन्होंने कहा कि यही कारण है कि उन्हें नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश अध्यक्ष नहीं बनाया गया। अंसारी ने यह भी कहा कि इस स्थिति को देखकर एक बेटा चुप नहीं रह सकता।
राजनीति का अपमान
अंसारी ने पत्र के अंत में कहा कि सीपी सिंह का अपमान न केवल झारखंड बल्कि राजनीति का भी अपमान है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि जहां सम्मान नहीं मिलता, वहां रुकने का कोई मतलब नहीं है।
पत्र का प्रमुख बिंदु
पत्र की शुरुआत में अंसारी ने लिखा, “आदरणीय रांची विधायक सीपी बाबू, मैं आपको वर्षों से जानता हूँ। राजनीति में आपने मुझे सच्चाई का रास्ता दिखाया है। जब मैं देखता हूँ कि भाजपा में भी आपको वह सम्मान नहीं मिल रहा, जो आपका है, तो मुझे बहुत दुख होता है।” उन्होंने कहा कि सीपी सिंह को अपने अधिकार के अनुसार नेता प्रतिपक्ष या प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
भाजपा पर गंभीर आरोप
अंसारी ने यह भी सवाल उठाया कि क्या यह केवल विचारधारा की बात है या फिर सीपी सिंह की सवर्ण जाति ही उनके सम्मान में बाधा बना रही है। उन्होंने कहा कि देखना कठिन है कि जिस व्यक्ति ने पार्टी को योगदान दिया, उसे ही दरकिनार किया जा रहा है।
व्यक्तिगत संबंध की बात
उन्होंने कहा कि भले ही विचारधारा अलग हो, लेकिन उनका रिश्ता बाप-बेटे जैसा है। यह बर्दाश्त करना कठिन है कि एक योग्य नेता को इस तरह नजरअंदाज किया जा रहा है। अंसारी ने इस मामले में कहा कि सीपी सिंह का सम्मान उनके लिए सर्वोपरि है।

