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📌 गांडीव लाइव डेस्क:
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन 5 अगस्त से अपने पैतृक गांव नेमरा में हैं। 4 अगस्त को पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के निधन के बाद, 5 अगस्त को उनका अंतिम संस्कार नेमरा में किया गया। उसी दिन से मुख्यमंत्री ने गांव में रहकर सरकारी कार्यों का संचालन कर रहे हैं।
किसानों के संग खेती में सहयोग 🌾
नेमरा में रहते हुए मुख्यमंत्री आम ग्रामीण और किसानों के बीच जाकर चर्चा कर रहे हैं। शनिवार को उन्होंने बारिश में भींगते हुए धान रोपनी कर रहे किसानों से मुलाकात की। इस अवसर पर उन्होंने किसानों से न केवल बातचीत की, बल्कि गांव के प्राकृतिक सौंदर्य को भी निहारते हुए बचपन की यादें ताजा कीं।
मुख्यमंत्री ने किसानों से कहा कि बारिश के पानी का खेती में सही इस्तेमाल की कई संभावनाएं हैं। उन्होंने उन्हें सुझाव दिया कि वे छोटी बरसाती नदियों के पानी को चेक डैम के माध्यम से खेतों तक लाने की सरकारी योजना का लाभ उठाएं। उन्होंने स्थानीय संसाधनों का उपयोग करके अपनी खेती में सुधार और आमदनी बढ़ाने के लिए प्रेरित किया।
प्रकृति के संरक्षण की आवश्यकता 🌍
मुख्यमंत्री ने बताया कि झारखंड के गांवों में प्रकृति के अद्भुत दृश्य हैं जो देखने में मनोहारी हैं। उन्होंने पर्यावरण के संरक्षण और संवर्धन के लिए जागरूक रहने की आवश्यकता पर जोर दिया। इस बातचीत के दौरान, उन्होंने खेती-बाड़ी की वर्तमान स्थिति, बारिश की स्थिति, और खाद एवं बीज की उपलब्धता पर भी जानकारी ली, जिसमें किसानों ने अपनी समस्याएं और सुझाव साझा किए।
गांव का विकास: राज्य का विकास
मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से बातचीत करते हुए कहा कि उनकी सरकार गांव-गांव तक बुनियादी सुविधाएं पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने किसानों के हित में हर संभव प्रयास करने का विश्वास दिलाया और बताया कि सरकार ग्रामीण विकास, सड़क, सिंचाई और शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर प्रयासरत है।
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