Mokama Shootout: इस मामले में कुख्यात अपराधी सोनू ने पहले ही सरेंडर कर दिया था. अब 24 जनवरी को अनंत सिंह ने भी बाढ कोर्ट में खुद को पुलिस के हवाले कर दिया. अपने समर्थकों के साथ कोर्ट पहुंचे अनंत सिंह ने कहा कि वो कानून का पालन करेंगे.
बिहार के मोकामा से विधायक रह चुके अनंत सिंह ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है (Anant Singh surrender). इसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया. दो दिन पहले मोकामा में अनंत सिंह और गैंगस्टर सोनू-मोनू के गुटों के बीच गोलीबारी हुई थी. इस मामले में कुख्यात अपराधी सोनू ने पहले ही सरेंडर कर दिया था. अब 24 जनवरी को अनंत सिंह ने भी बाढ कोर्ट में खुद को पुलिस के हवाले कर दिया. अपने समर्थकों के साथ कोर्ट पहुंचे अनंत सिंह ने कहा कि वो कानून का पालन करेंगे.
Anant Singh चर्चा में क्यों हैं?
पिछले दिनों मोकामा के नौरंगा में गोलीबारी होने की खबर आई थी. इसके बाद 24 जनवरी की सुबह भी हमजा गांव में फिर से गोलियां चलीं. बताया गया कि नौरंगा के रहने वाले सोनू-मोनू और उनके ईंट-भट्ठे में मुंशी का काम करने वाले मुकेश कुमार के बीच पैसों का विवाद चल रहा था. इस मामले में कुछ दिनों पहले सोनू-मोनू ने मुकेश के घर में ताला मार दिया था.
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दोनों पक्षों की ओर से पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई गई. मुकेश ने बताया कि पुलिस में उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई तो वो अनंत सिंह के पास पहुंचे. अनंत सिंह ने सोनू-मोनू से बात की तो बहस हो गई. इसके बाद वो मुकेश के गांव हमजा पहुंच गए. अपने समर्थकों के साथ घर का ताला खुलवाया. इसके बाद वो जैसे ही नौरंगा पहुंचे, दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर गोलियां चला दीं.
अनंत सिंह ने बताया है कि वो नौरंगा में सोनू-मोनू को ये बताने गए थे कि ताला खुलवा दिया गया है. और वो इसके बाद ऐसा कुछ ना करें. पटना ग्रामीण एसपी विक्रम सिहाग ने बताया है कि इस मामले में तीन FIR दर्ज की गई हैं. एक FIR मुकेश की ओर से, दूसरी सोनू-मोनू की ओर से और तीसरा पुलिस के ओर से.
ये दोनों भाई कुख्यात अपराधी हैं. मर्डर, अपहरण और फिरौती समेत 12 मामलों में आरोपी हैं. साल 2009 में इन्होंने अपने गांव में दरबार लगाना शुरू कर दिया था. मोकामा GRP में इनके खिलाफ ‘ट्रेन में लूटपाट’ के कई मामले दर्ज हैं.

