रांची। भीड़ हिंसा एवं लिंचिग निवारण विधेयक-2021 सदन से पारित होने पर आमया संगठन ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हफीजुल हसन से मिलकर आभार व्यक्त किया। वही विधायक बंधु तिर्की, सरफराज अहमद, इरफान अंसारी, सुदीप कुमार सोनू, प्रदीप यादव द्वारा बिल के समर्थन करने पर धन्यवाद दिया। अध्यक्ष एस अली ने बताया कि झारखंड में 17 मार्च 2016 से 4 दिसंबर 2021 तक 56 लोगों को लीचिंग हुई है। जिसमें 33 लोगों की मौत और 23 गंभीर रूप से घायल हुए है। इनमें 15 मुस्लिम 11 हिन्दू, 4 ईसाई और 3 सरना आदिवासी है। वही घायलों में 13 ईसाई, 5 सरना आदिवासी, 3 मुस्लिम और 2 हिन्दू है। मॉबलींचिग पर कानून बनाने और पीड़ित परिवारों को न्याय के लिए 24 मार्च 2016 से 04 दिसंबर 2021 तक आमया संगठन के द्वारा आंदोलन, अभियान, हाईकोर्ट में रिट व पीआईएल के साथ 18 मार्च 2021 के मंत्री आलमगीर आलम के नेतृत्व में मुख्यमंत्री से वार्ता। 08 माह बाद सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार कानून बनाकर सदन से पारित किया है। जो स्वागत योग्य है विधेयक में जो त्रृटि है। उसपर मुख्यमंत्री और संसदीय कार्य मंत्री ने सुधार का भरोसा दिया है। अभार व्यक्त करने वालों में इस्मे आजम, मो जियाउद्दीन, मो फुरकान, लतीफ आलम, नौशाद आलम, मो इकराम, इमरान अंसारी, रहमतुल्लाह अंसारी, अरशद जिया, अबरार अहमद, अफताब आलम, जावेद अंसारी, मोदस्सीर अहरार, मोईज अहमद, सालेह सईद, मो सम्मी, तहमीद अंसारी, आसिफ अंसारी, अब्दुल गफ्फार, अबू रेहान, मो जैद, अफताब गद्दी, इमाम अहमद, मंजूरी अंसारी, आसीफ रूहहुल्ला, खालिद सैफुल्लाह, अंजर अहमद और शादी जुहैब आदि शामिल थे।
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