Home » सावधान, ब्लैकमेलिंग के हो सकते हैं शिकार…

सावधान, ब्लैकमेलिंग के हो सकते हैं शिकार…

by Aaditya Hriday

लोन देने के नाम पर हो रहा है साइबर फ्रॉड

पैसों का लालच दिखा बना रहे हैं अपना शिकार

मोबाइल से फोटो निकालकर बना रहे हैं अश्लील चित्र

रांची। साइबर ठग लोगों को ठगने के लिए रोज नए नए तरीके इजाद कर रहे हैं। ताजा मामला लोन देने के नाम पर अश्लील फोटो बनाकर ब्लैकमेलिंग का सामने आया है। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के सदर थाना क्षेत्र से ऐसा ही एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। एक युवक की अश्लील तस्वीर भेज कर अब उसे ब्लैकमेल किया जा रहा है। आर्थिक अपराध इकाई के एडीजी नैयर हसनैन खान ने लोगों को सावधान करते हुए कहा कि ऋण प्रदान करने वाले ऐसे एप्लीकेशन या अविश्वसनीय स्रोतों के माध्यम से ऋण न लें, सतर्क रहें, सुरक्षित रहें।

ऐसे होता है लोन के नाम पर खेल

लोन देने से पूर्व जो तस्वीरें ली गयी थी, उसके बाद ऑनलाइन KYC के नाम पर वीडियो कॉल आता है और फिर बातचीत के दौरान बैंक खाता का डिटेल, ATM डिटेल और PAN डिटेल लिया जाता है। वीडियो कॉलिंग समाप्त होने के बाद तय लोन राशि युक्त युवक के खाते में आ भी जाता है। लोन का रिपेमेंट भी होने लगता है। कुछ माह बाद लोन का क़िस्त देने में किसी वजह से युवक असमर्थ हो गया। लोन के क़िस्त के लिए कॉल आते रहे।

इसके बाद शुरू हुआ असली खेल
लोन के बाद ब्लैकमेल अश्लील तस्वीर के सहारे कर्ज की रकम का क़िस्त न देने पर कई कॉल के बाद उक्त लोन देने वाली कम्पनी के कर्मी ने कॉल कर बताया कि आप को कुछ तस्वीरें गयी है, उसका अवलोकन करें। तस्वीर जो भी आयी थी ऋणी के पास वह सभी अश्लील तस्वीर डिफरेंट तरह के थी। युवक अभी तस्वीर अपने व्हाट्सएप पर देख रहा था, तभी कॉल आता है- अगर कर्ज की रकम नहीं लौटाया तो इसे वायरल कर दिया जाएगा। बात इतने पर समाप्त नहीं होती। धमकी ये भी दी कि दिल्ली और पंजाब से तुमपर वही युवती शारीरिक शोषण का केस दर्ज करवा देगी थाना में। लोक लाज से युवक ने कर्ज चुकता तो कर दिया, लेकिन उसके बाद भी उसे ब्लैक मेल करना बंद नहीं हुआ। तंग आकर युवक ने स्थानीय थाना में सूचना नहीं देकर ऑनलाइन नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर अपनी शिकायत दर्ज कराई।

आर्थिक अपराध इकाई ने किया सावधान

इस मामले में नैयर हसनैन खान ADG आर्थिक अपराध इकाई ने बताया कि Instant loan app फ्रॉड से सावधान रहने की जरूरत है। साइबर अपराधी मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से लोगों को छोटी-छोटी रकम कम ब्याज दर पर आसानी से ऋण लोन देने का झांसा दे कर शिकार बना रहे हैं। मुजफ्फरपुर में हुए इस मामले में एडीजी ने कहा की नयी बात सामने आयी है, जिसकी जांच की जाएगी।

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