Bihar Dead Body Theif : ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब बिहार से शवों का सिर चुराया गया है. ये एक कारोबार हुआ करता था. एक दौर में लोगों ने लाशों की डकैती शुरू कर दी थी. इन कंकालों को विदेशों में बेचा जाता. पूरा मामला समझ लीजिए.
बिहार का भागलपुर जिला. थाना क्षेत्र सन्हौला का असरफनगर गांव. यहां के एक कब्रिस्तान के बाहर कुछ लोग इकट्ठा हुए हैं. और ये सब चोरी की शिकायत कर रहे हैं. इन्हीं में से एक व्यक्ति अपनी बात कहते-कहते रोने लगता है. वो कहता है,
जीते जी मैंने अम्मी की बहुत सेवा की. उनको खाना खिलाता था, उनको पानी पिलाता था. उनके कपड़े धोता था, सिर में तेल लगाता था. आपकी भी तो अम्मी होंगी, उनके साथ ऐसा होगा तो कैसा लगेगा?
बदरूजमा अपनी बातें कहते हुए रो रहे हैं. कुछ महीनों पहले उनकी मां का निधन हो गया था. 85 साल की नूरजाबी खातून को इसी कब्रिस्तान में दफनाया गया था. हाल ही में किसी ने देखा कि बदरूजमा नूरजाबी खातून को जिस जगह पर दफनाया गया था, उस जगह को किसी ने खोदा था. मिट्टी उस तरफ से हटाई गई थी, जिधर उनक सिर था.
इलाके में खबर फैली. लोग जमा हुए. जांच-पड़ताल की गई तो पता चला कि बदरूजमा की मां के शव से उनका सिर काट लिया गया है. और शव के बाकी हिस्सों को भी नुकसान पहुंचाया गया है.
एक ग्रामीण ने इंडिया टुडे को बताया कि पिछले 5 साल में इलाके से 5 लाशों की चोरी हुई हैं.
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Delhi में दो दिन की बच्ची का शव चोरी
ऐसी ही एक घटना दिल्ली में भी हुई थी. हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार, छोटे बच्चों के शव को भी दफनाया जाता है. नवंबर 2017 में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की गीता कॉलोनी में यमुना किनारे दो दिन की बच्ची का शव दफनाया गया था. और अगले दिन ही वो शव गायब हो गया. बच्ची के कपड़े वहीं पास में फेंके गए थे. परिवार ने आरोप लगाया कि जिस तरह से शव को निकाला गया है, ये किसी तांत्रिक का काम हो सकता है. उन्होंने ये भी कहा कि इसके पीछे ‘काला जादू’ और अंधविश्वास से जुड़े लोगों का हाथ हो सकता है.
वैसे तो समय-समय पर देश के कई हिस्सों से ऐसी खबरें आती हैं. लेकिन बिहार का लाशों की चोरी के इतिहास से विशेष कनेक्शन है.

