रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से ईडी की पूछताछ व भावी कार्रवाई को लेकर रांची में सियासी हलचल तेज हो गई है। कयास लगाए जा रहे हैं कि यदि कोई विपरीत परिस्थिति पैदा हुई तो उनका राजनीतिक उत्तराधिकारी यानी नया सीएम कौन होगा?
झारखंड के बहुचर्चित अवैध खनन मामले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सीएम हेमंत सोरेन आज रांची स्थित ईडी कार्यालय में पेश होंगे। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उन्हें 17 नवंबर को पेश होने का समन भेजा था। ईडी उनसे पूछताछ कर बयान दर्ज कर सकता है।
मुख्यमंत्री सोरेन आज सुबह संभवत: करीब साढ़े ग्यारह बजे रांची में ईडी के दफ्तर पहुंचेंगे। ईडी अधिकारियों के समक्ष पूछताछ के लिए पेश होने से पहले सीएम सोरेन अपने निवास पर मीडिया से चर्चा कर सकते हैं। अटकलें लगाई जा रही हैं कि वे इसमें कोई बड़ा एलान कर सकते हैं।
पत्नी कल्पना सोरेन व पिता शिबू सोरेन के नाम चर्चा में
रांची में कल सत्तारूढ़ दल झामुमो के विधायकों की बैठक हुई थी। इसके बाद से सियासी अटकलों का बाजार गर्म है। कहा जा रहा है कि यदि ईडी ने पूछताछ के बाद सीएम के खिलाफ कोई प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की या उन्हें हिरासत में लेने जैसा कोई कदम उठाया तो तत्काल उनके सियासी उत्तराधिकारी को सरकार बागडोर सौंपी जा सकती है।
उत्तराधिकारी के रूप में उनकी पत्नी कल्पना सोरेन और पिता शिबू सोरेन के नाम चर्चा में हैं। सीएम पत्नी कल्पना सोरेन मुख्यमंत्री के साथ इन दिनों सक्रिय रूप से नजर आती हैं। मंगलवार को झारखंड के स्थापना दिवस कार्यक्रम में भी वे मंचासीन थीं।
लालू-राबड़ी प्रयोग दोहराया जाएगा?
बिहार में चारा घोटाले के वक्त जब सीबीआई ने तत्कालीन सीएम लालू प्रसाद यादव को पूछताछ के लिए बुलाया था तो उन्होंने सत्ता अपनी पत्नी राबड़ी देवी को सौंप दी थी। झारखंड में भी यह प्रयोग दोहराए जाने की संभावना है।
उधर, झारखंड में सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल कांग्रेस के विधायक दल के नेता आलमगीर आलम का कहना है कि हम हर स्थिति से निपटने को तैयार हैं। वहीं, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने पार्टी के सभी विधायकों को रांची में रहने का निर्देश दिया।
ईडी को कार्रवाई के लिए उठाने होंगे ये कदम
ईडी की कार्रवाई के जानकारों का कहना है कि फिलहाल सीएम सोरेन से लंबी पूछताछ हो सकती है।
इसके बाद उन्हें आगे भी फिर पूछताछ के लिए तलब किया जा सकता है। जैसा कि नेशनल हेराल्ड मामले में हाल ही कांग्रेस नेता सोनिया गांधी को कई बार तलब किया गया था।
प्रवर्तन निदेशालय सोरेन के खिलाफ उसे मिले सबूतों के आधार पर पूछताछ करेगा। इसमें धन की हेराफेरी की कड़ियां जुड़ने व अन्य सबूत मिलने पर उनके खिलाफ प्रतिबंधात्मक कदम उठाया जा सकता है।
सीएम को गिरफ्तार करने से पहले ईडी को कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट व राज्यपाल की अनुमति भी लेना होगी।
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