पटना में C TET और B TET पास अभ्यर्थी अपनी मांग को लेकर सड़क पर उतरे. जिससे सड़कों पर आवागमन ठप हो गया. इस कारन से पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. लाठी चार्च में कई अभ्यार्थी घायल हो गये है. इससे पहले राज्य से सभी जिलों से आए 5 हजार से ज्यादा छात्र नीतीश कुमार की सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं. पुलिस ने इन्हें इनकम टैक्स चौराहे के पास रोक दिया. उसके बाद प्रदर्शनकारियों ने डाक बंगला चौराहे पर तीन रास्तों को बंद कर दिया. इससे गांधी मैदान, स्टेशन और एग्जीबिशन रोड की ओर जाने वाली सड़कों पर आवागमन ठप हो गया. मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया. हालात को संभालने के लिए वाटर कैनन तैनात किया गया. अभ्यर्थियों का आरोप है कि तीन साल से इन्हें बहाली के लिए सरकार सिर्फ आश्वासन दे रही है. पिछले 22 दिनों से शिक्षक नियोजन के लिए उनका आंदोलन चल रहा है.
डाकबंगला चौराहे पर जाम की वजह से बड़ी संख्या में गाड़ियां फंस गयीं. इससे आने जाने वाले आम लोगों को काफी परेशानी हुई. प्रदर्शनकारी अभी भी अपनी मांगों को लेकर उग्र थे. उनका कहना है पिछली सरकार के शिक्षा मंत्री ने उन्हें आश्वसान का झुनझुना थमा दिया. राज्य में करीब 3 लाख टीईटी पास अभ्यर्थी बेरोजगार हैं. सरकार छठे राउंड के बाद नियोजन नहीं निकाल रही है. इस बार वे लिखित घोषणा के बगैर वापस नहीं जाएंगे. उनकी मांग है कि नई सरकार के शिक्षा मंत्री अविलंब विज्ञप्ति जारी कर शिक्षक नियोजन की प्रक्रिया शुरू कराएं. 2019 के एसटीईटी परीक्षा में पास शिक्षक अभ्यर्थियों का कहना है कि हम लोग मेरिट लिस्ट वाले हैं और अभी तक हम लोगों की समस्या सरकार ने नहीं सुलझाई है. नई सरकार बनने के बाद आज हम लोग राजभवन मार्च करने निकले थे, लेकिन पुलिस ने रोक दिया बावजूद इसके सड़क पर खड़े होकर हम प्रदर्शन कर रहे हैं.
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