मोबाइल गेम से सेल सिटी निवासी एक व्यवसायी परिवार हलकान
रांची। बच्चों में मोबाइल गेम की लत और उसके दुष्परिणाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ताजा मामला राजधानी के सेल सिटी इलाके का है। सेल सिटी निवासी एक व्यवसायी परिवार आज सुबह से अपने लाडले की कारगुजारी से हलकान है। महज 12 साल के बेटे ने मोबाइल गेम फ्री फायर खेलने के चक्कर में अपने पिता के एकाउंट को नौ लाख रुपये की चपत लगा दी है।
बेटे द्वारा एकाउंट खाली कर दिये जाने की जानकारी मिलने के बाद से व्यवसायी परिवार सदमे में है और वह किसी तरह मोबाइल गेम में अपने डूबे पैसे को वापस पाने के लिए भटक रहा है। जानकारी के अनुसार परिजन इस मामले को लेकर पुंदाग थाना तक का चक्कर लगा चुके हैं, ताकि उनका पैसा मोबाइल कंपनी से उनको वापस मिल सके। हालांकि, ऐसे मामलों में डूबे पैसे की वापसी की गुंजाइश लगभग नहीं के बराबर होती है। परिजन इस मामले में साइबर एक्सपर्ट की मदद लेने की भी तैयारी में हैं।
जानकारी के अनुसार आॅनलाइन एजुकेशन के नाम पर सेल सिटी के इस मेडिकल व्यवसायी परिवार ने भी अपने बेटे को मोबाइल दे रखी थी। मोबाइल पर पढ़ाई के बाद परिजनों के मना करने के बावजूद बच्चा लंबे समय से मोबाइल गेम खेलता आ रहा था। इसी दौरान कब एकाउंट से पैसे निकलते चले गये, इसकी सूचना गार्जियन को नहीं मिली। जब पता चला, तबतक पूरा एकाउंट ही साफ हो चुका था।
डूबे पैसे के वापसी की राह मुश्किल
गांडीव से बात करते हुए साइबर एक्सपर्ट आदित्य हृदय बताते हैं कि ऐसे मामलों में एकाउंट से पैसे कटने तो आसान हैं, पर उनकी वापसी उतनी ही मुश्किल है। श्री हृदय बताते हैं कि मोबाइल गेम खेलने के दौरान यदि बच्चा अपना आईडी और पासवर्ड डिलिट या चेंज नहीं करता है तो, ऐसे मामलों में पैसे की रिकवरी की गुंजाइश बनी रहती है।
अभिभावक की जरा सी लापरवाही पर रही है भारी
आदित्य हृदय बताते हैं कि फ्री फायर जैसे गेम प्ले स्टोर पर नहीं दिख रहे हैं, लेकिन इसकी जगह गरीना फ्री फायर मैक्स आसानी से प्ले स्टोर से अपलोड हो जाते हैं। दोनों में थोड़ी सी ग्राफिक्स की ही अंतर है, लेकिन दोनों का सिस्टम कमोबेश समान है। वे कहते हैं कि यदि अभिभावक बच्चे को मोबाइल देतें हैं तो उस मोबाइल से बैंक एकाउंट को अटैच नहीं रखें। यदि एक ही मोबाइल से गार्जियन और बच्चा दोनों काम करता है, तो ऐसे में एकाउंट पर लगातार नजर रखना चाहिए।
श्री हृदय कहते हैं कि मोबाइल गेम में एक बार में मोटी रकम नहीं कटती है। फ्री फायर जैसे खेल में एकबार में अधिकतम चार हजार रुपये ही कटते हैं। ऐसे में यदि एकाउंट पर नजर रखा जाए, तो उससे अभिभावक को तुरंत पता चल सकता है। लेकिन कई बार अभिभावक लापरवाह रहते हैं, ऐसे में उनको मोटी चपत लग जाती है।
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