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लड़की पक्ष का आरोप- “9.50 लाख नकद और गहनों के बाद भी किया धोखा”, पुलिस से की शिकायत
रांची: रांची के खादगढ़ा स्थित तैलिक वैश्य भवन में उस वक्त अफरातफरी मच गई जब एक शादी के ठीक पहले दूल्हा और उसका पूरा परिवार मंडप से अचानक फरार हो गया। यह मामला 20 अप्रैल 2025 को चतरा जिले की एक युवती की शादी से जुड़ा है, जिसमें वर पक्ष पर 9.50 लाख रुपये नकद और दहेज लेकर शादी से मुकरने का आरोप लगा है।
🎯 क्या है पूरा मामला?
चतरा जिले के अमगांवा गांव निवासी एक युवती की शादी तय हुई थी रांची के सुनील कुमार प्रजापति से। शादी के लिए रांची में तैलिक वैश्य भवन में मंडप सज चुका था, बारात भी धूमधाम से पहुंच चुकी थी। लेकिन जब फेरों की बारी आई, दूल्हा और उसका परिवार अचानक गायब हो गया।
लड़की के पिता का आरोप:
- शादी से पहले ही दिए गए थे ₹9.50 लाख नकद
- साथ ही सोने के गहने और अन्य दहेज की सामग्री भी दी गई
- फेरों से ठीक पहले शोर-शराबा और गाली-गलौज के बाद पूरा वर पक्ष भाग गया
🚨 पुलिस को दी गई लिखित शिकायत
पीड़ित पिता दशरथ प्रजापति ने सुखदेव नगर थाना, रांची में लिखित शिकायत दी है। उन्होंने कहा कि यह सब पूर्व नियोजित साजिश थी, जिसमें उनकी बेटी के साथ और पूरे परिवार के साथ धोखा किया गया।
इन लोगों को बताया जिम्मेदार:
- दूल्हा सुनील कुमार प्रजापति
- उसकी मां कावेरी देवी
- बहनें कविता देवी और बबिता देवी
- बहनोई सनोज और शुभम
- बड़े भाई अनिल प्रजापति
⚖️ क्या कहती है लड़की का परिवार?
पीड़ित पक्ष का कहना है कि:
“हमने लड़की की शादी के लिए सारी तैयारियां कर रखी थीं। लाखों रुपये खर्च किए, लेकिन फेरे शुरू होने से पहले ही लड़के वाले फरार हो गए। यह सिर्फ धोखाधड़ी नहीं, हमारी इज्जत के साथ भी खिलवाड़ है।”
परिवार ने दहेज उत्पीड़न, धोखाधड़ी, और आपराधिक षड्यंत्र जैसी धाराओं में कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
📣 पुलिस का क्या कहना है?
सुखदेव नगर थाना पुलिस का कहना है कि शिकायत दर्ज कर ली गई है और मामले की जांच की जा रही है। CCTV फुटेज, कॉल रिकॉर्ड और गवाहों के बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
🔚 निष्कर्ष:
ये मामला न केवल दहेज प्रथा की काली सच्चाई को उजागर करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि किस तरह कुछ लोग शादी को भी एक धंधा बना चुके हैं। अब देखना यह है कि क्या पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा या नहीं।
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