सुप्रेश मुगाडे को सचिन के क्लोन का खिताब कैसे मिला

by TejaswitaTejaswita Mani
21 साल के सुप्रेश मुगाडे को क्यों कहा जा रहा सचिन का क्लोन , वीडियों देखकर दिमाग चकरा जाएगा | Why is Supresh Mugade called Chota Sachin?

नई दिल्ली: मुंबई के युवा बल्लेबाज सुप्रेश मुगाडे, जो केवल 21 वर्ष के हैं, ने सचिन तेंदुलकर के खेल की तकनीक और शॉट्स का प्रभावशाली अनुकरण करके एक विशेष पहचान बनाई है। उनकी वीडियो क्लिप्स सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रही हैं, जिसमें सुप्रेश सचिन के शॉट्स का हूबहू प्रदर्शन करते हुए दिखाई दे रहे हैं।

क्रिकेट की दुनिया में ‘छोटा सचिन’

सुप्रेश ने सचिन की तकनीक को अपनाकर अपनी पहचान बनाई है। क्रिकेट प्रेमी उन्हें ‘छोटा सचिन’ कहकर सराह रहे हैं। उनके वीडियो पर लाखों व्यूज आ चुके हैं, जो उनके क्रिकेट में गहरी रुचि को दर्शाते हैं।

छह साल की उम्र में क्रिकेट का सफर शुरू

सुप्रेश ने केवल छह साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू किया। पहले चार वर्षों तक उन्होंने केवल अपने पिता प्रकाश के साथ प्रैक्टिस की। उनके पिता सचिन के बड़े प्रशंसक थे, और उन्होंने उन्हें सचिन की तरह खेलने का सुझाव दिया। समय के साथ, सुप्रेश ने अपने खेल में सचिन की तकनीकों को अपनाना शुरू किया।

‘सचिन की तकनीक अपनाना चुनौतीपूर्ण’

सुप्रेश मानते हैं कि सचिन की तरह बल्लेबाजी करना हमेशा सरल नहीं होता। उन्होंने बताया कि कभी-कभी उनके लिए सचिन की तकनीक को अपनाना कठिनाई का कारण बनता है, और इस दौरान उनके पिता से असहमति भी होती है। इसके बावजूद, वह हर दिन सचिन के शॉट्स अभ्यास करने का प्रयास करते हैं। दो वर्षों की मेहनत के बाद, उन्होंने काफी हद तक सचिन की छवि को अपनाया है।

‘सचिन को दी गई प्राथमिकता’

सुप्रेश ने विराट कोहली को भी सराहा, लेकिन उनका कहना है कि तकनीक और रिकॉर्ड के मामले में उन्होंने हमेशा सचिन को प्राथमिकता दी है। उनका मानना है कि सचिन ने कठिन विकेटों पर ज्यादा रन बनाकर अपनी श्रेष्ठता साबित की है।

सोशल मीडिया पर उभरती पहचान

सुप्रेश का इंस्टाग्राम अकाउंट ‘supu_onstrike’ है, जहाँ उनके वीडियो लाखों बार देखे जा चुके हैं। उनके पोस्ट को 231,000 से अधिक लाइक्स मिले हैं। समर्थक उनकी प्रशंसा कर रहे हैं, जबकि कुछ लोग उनकी नकल को लेकर आलोचना भी कर रहे हैं। सुप्रेश का कहना है कि उनका उद्देश्य खेल सीखना और उसमें सुधार करना है।

शिक्षा और प्रशिक्षण

सुप्रेश ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा स्वामी विवेकानंद स्कूल, कांदिवली से पूरी की और इस समय ठाकुर कॉलेज में पढ़ाई कर रहे हैं। वह पय्यादे क्रिकेट अकादमी में नियमित प्रैक्टिस करते हैं। हर दिन दो घंटे की नेट प्रैक्टिस और जिम में प्रशिक्षण उनकी दिनचर्या का हिस्सा है। उनका सपना मुंबई के रणजी ट्रॉफी टीम का प्रतिनिधित्व करना है।

भविष्य की आकांक्षाएँ

सुप्रेश का मानना है कि क्लब स्तर पर प्रदर्शन के बाद उन्हें मुंबई की रणजी टीम में खेलने का मौका मिलेगा। उनकी सोच में तकनीक और अनुशासन ही उनके क्रिकेट करियर की कुंजी हैं। सचिन हमेशा उनके लिए प्रेरणा स्रोत रहेंगे और वह उनके साथ प्रैक्टिस करने का सपना भी देखते हैं।

Have any thoughts?

Share your reaction or leave a quick response — we’d love to hear what you think!

Your Opinion on this News...

You may also like

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More