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📌 गांडीव लाइव डेस्क:
कर्नाटक हाईकोर्ट ने रूसी महिला और उसकी बेटियों को रूस लौटने की अनुमति दी 🛫
हाल ही में कर्नाटक पुलिस ने एक रूसी महिला, नीना कुटिना, को जुलाई में गोकर्ण गुफाओं में अपने बच्चों के साथ रहने के दौरान पकड़ा था। अब, दो महीने के विवाद के बाद, कर्नाटक हाईकोर्ट ने महिला और उसकी दो बेटियों के लिए रूस लौटने का रास्ता साफ कर दिया है।
बच्चियों की सुरक्षा के लिए हुए सुनवाई
महिला के पूर्व पति, इजरायली नागरिक ड्रोर श्लोमो गोल्डस्टीन, ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर केंद्र सरकार से गुहार की थी कि दोनों नाबालिग बच्चियों को तुरंत निर्वासित करने से रोका जाए। गोल्डस्टीन की वकील ने बताया कि याचिकाकर्ता ने भारत छोड़ने से पहले मां और बेटियों की देखभाल की है। हालाँकि, नीना ने कोर्ट से अनुरोध किया कि उसे अपनी बेटियों के साथ रूस जाने दिया जाए।
यात्रा दस्तावेज जारी करने का आदेश
पिछले महीने, केंद्र सरकार ने अदालत को बताया कि मां और बेटियों को तुरंत रूस नहीं भेजा जा सकता क्योंकि दूसरी बेटी के जन्म का कोई सही रिकॉर्ड नहीं है। हालाँकि, हाल की सुनवाई में, केंद्र सरकार की तरफ से अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल अरविंद कामथ ने अदालात को बताया कि डीएनए रिपोर्ट के माध्यम से बच्ची की पहचान की गई थी और उसे रूसी नागरिकता और यात्रा दस्तावेज प्रदान किए गए हैं।
न्यायमूर्ति का निर्देश
इसके बाद, न्यायमूर्ति बीएम श्याम ने आदेश दिया कि याचिकाकर्ता यह स्पष्ट नहीं कर पाए कि मां और दोनों बच्चे गुफाओं में कैसे पहुंचे। बच्चों के पुनर्वास पर भी सवाल उठाए गए। ऐसे में बच्चों के हित को ध्यान में रखते हुए केंद्र को यात्रा दस्तावेज उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है।
इस क्रम में, नीना और उसकी बेटियों को जल्द ही रूस भेजने की योजना है।
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