कई छात्र संगठन के युवा सड़कों पर उतरे, ढोल-डुगडुगी बजा की सहयोग की अपील

दुमका। झारखंड में नियोजन नीति को लेकर छात्रों का विरोध अब सड़क पर आ गया है। छात्र संगठनों ने आज संथाल परगना बंद की घोषणा की है। जिसका असर संथाल परगना के सभी जिलों में देखने को मिला है। दुमका में बंद समर्थक युवा सैकड़ों की संख्या में सड़क पर निकले। युवक ढोल-डुगडुगी बजा कर लोगों को अपनी मांगों के बारे में बता रहे थे और बंद को सफल बनाने में सहयोग मांग रहे थे। युवकों ने हाथों में बांस और डंडे ले रखे थे। जिसे देखते ही दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद कर दी। फूलो झानो चौक पर छात्र बंद कराने निकले और कई रास्तों को भी जाम कर दिया। छात्रों ने यह संकेत भी दिया है कि हम सरकार तक अपनी बात पहुंचना चाहते हैं। हमने विधानसभा का घेराव किया, अब संताल में बंद का आह्वान किया है। अगर हमारी मांग पर अब भी विचार नहीं किया गया तो यह आंदोलन और तेज होगा। छात्र नेता इमाम शफी ने कहा, अगर सरकार हमारी मांग नहीं मानती तो हम पूरे झारखंड में बंद का आह्वान करेंगे। संताल में कई छात्र संगठन इस मांग के साथ खड़े हैं और नियोजन नीति में बदलाव की मांग कर रहे हैं।
1932 के खतियान के आधार पर स्थानीय नीति की मांग

छात्रों की मांग है कि 1932 के खतियान के आधार पर स्थानीय नीति बनाए जाय। खतियान के आधार पर ही नियोजन नीति बने, रिक्तियों के विरूद्ध आवेदन में अहर्ता सिर्फ भारत के नागरिक न लिख झारखंड का स्थानीय निवासी भी लिखा जाना चाहिए।
प्रशासन और पुलिस मुस्तैद
संताल में छात्रों के विरोध प्रदर्शन और बंद के आह्वान के मद्देनजर प्रशासन भी मुस्तैद रही। बड़ी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती की गयी है। दस अलग अलग जगह दंडाधिकारी तैनात किए गए हैं। संताल में बंद समर्थक सड़क पर हैं। बंद के कारण दुमका-पाकुड़, दुमका-•ाागलपुर, दुमका गोड्डा-रोड में पूरी तरह सन्नाटो पसरा रहा। बसें तथा अन्य वाहन सड़कों पर नहीं दिखे।
साहिबगंज में सुबह 7:30 बजे ही युवक उतरे सड़कों पर

साहिबगंज कॉलेज परिसर में स्थित आदिवासी कल्याण छात्रावास के छात्रों ने आज सुबह बाजार बंद करा दिया। छात्र राज्य सरकार द्वारा बनाई गई 60-40 वाली नियोजन नीति के विरोध कर रहे हैं। छात्रों ने कई जगह सड़क जाम कर दिया। शहर में सुबह करीब 7.30 बजे ही आंदोलनकारी सड़क पर उतर गए। छात्रों ने टमटम स्टैंड, ग्रीन होटल मोड़, स्टेशन के समीप मुख्य मार्ग जाम कर दिया। आंदोलनकारी तीर धनुष से लैस थे। सूचना के बाद आंदोलनकारियों से निबटने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। छात्रों के सड़क जाम करने पर आवागमन पूरी तरह ठप रहा। हालांकि, स्कूल खुले हुए हैं। नगर थाना प्रभारी धर्मपाल कुमार, जिरवाबाड़ी ओपी प्रभारी चिरंजीत प्रसाद, मुफस्सिल थाना प्रभारी अनुपम प्रकाश स्वयं मोर्चा संभाले रहे।
आंदोलनकारियों के देख दुकानदारों ने बंद की दुकानें
छात्रों ने सुबह में पूरे शहर का भ्रमण किया और लोगों से अपनी अपनी दुकान बंद रखने की अपील की। सुबह में दुकान खोलने पहुंचे दुकानदारों ने आंदोलनकारियों का रुख देखते हुए अपनी अपनी दुकान बंद रखने में ही भलाई समझी। जिन लोगों ने दुकान खोल रखा था, उन्होंने भी बंद कर दिया।
Have any thoughts?
Share your reaction or leave a quick response — we’d love to hear what you think!