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📌 गांडीव लाइव डेस्क:
पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री में शोक की लहर 😢
हाल ही में पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री से एक दुखद समाचार सामने आया है। प्रसिद्ध संगीतकार चरणजीत आहूजा का निधन 74 वर्ष की आयु में हो गया। वे कई वर्षों से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे और उनका इलाज चंडीगढ़ के पीजीआई में चल रहा था। उनके मरने से पंजाबी संगीत जगत में गहरा शोक व्याप्त है।
सीएम भगवंत मान का भावुक संदेश
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एक सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से अपनी संवेदनाएं व्यक्त की। उन्होंने कहा, “संगीत सम्राट उस्ताद चरणजीत आहूजा का चले जाना म्यूजिक इंडस्ट्री के लिए एक अपूर्णीय क्षति है। उनके द्वारा रचित संगीत हमेशा पंजाबियों के दिलों में बसा रहेगा। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। भगवान उनकी आत्मा को शांति दें।”
दिलजीत दोसांझ का श्रद्धांजलि
बॉलीवुड और पंजाबी गायक दिलजीत दोसांझ ने भी चरणजीत आहूजा को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने अपनी इंस्टाग्राम कहानी में आहूजा की फोटो साझा करते हुए लिखा, “चरणजीत आहूजा ने म्यूजिक की दुनिया में जो योगदान दिया है, वह अनमोल है। उनका संगीत हमेशा हमारे बीच रहेगा। वे सच्चे लीजेंड थे।”
मास्टर सलीम का इमोशनल पोस्ट
पारंपरिक संगीत के गायक मास्टर सलीम ने भी आहूजा को याद करते हुए एक भावुक पोस्ट साझा किया। उन्होंने लिखा, “आज म्यूजिक की दुनिया का एक बड़ा नाम हमसे दूर चला गया। भगवान उन्हें अपने चरणों में स्थान दें।”
चरणजीत आहूजा: एक संगीत सम्राट
चरणजीत आहूजा को पंजाब की संगीत दुनिया का सम्राट माना जाता था। उन्होंने न केवल पंजाबी म्यूजिक बल्कि बॉलीवुड फिल्मों में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। अपने करियर के दौरान, उन्होंने गुरदास मान, अमर सिंह चमकीला, और कुलदीप मानक जैसे कई दिग्गज गीतकारों के साथ काम करके पंजाबी म्यूजिक को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।
उनके कुछ प्रसिद्ध गाने जैसे “की बनू दुनियां दा” (1986), “गभरू पंजाब दा” (1986), “दुश्मनी जट्टां दी” (1993), और “तूफान सिंह” (2017) आज भी लोगों के दिलों में बसे हैं।
चरणजीत आहूजा का योगदान संगीत की दुनिया में सदैव जीवित रहेगा और उनकी याद हमेशा हमारे साथ रहेगी।
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